- AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी महाराष्ट्र में एक रैली को संबोधित कर रहे थे
- उन्होंने कहा कि बीजेपी के दिल में गोडसे है, जबकि गांधी सिर्फ जुबान पर हैं
- ओवैसी ने इस दौरान महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या का मुद्दा भी उठाया
मुंबई : ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को लेकर बीजेपी व आरएसएस पर निशाना साधा और गांधी के आदर्शों का अनुपालन करने वालों से अपील की कि वे इस देश को ऐसे लोगों से बचाने के लिए आगे आएं, जो गोडसे की विचारधारा को अपना आदर्श मानते हैं।
बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उनकी जुबान पर सिर्फ गांधी का नाम है, जबकि दिलों में गोडसे है। उन्होंने कहा, 'आज हम महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मना रहे हैं। मौजूदा बीजेपी सरकार के दिमाग में गोडसे का नाम है, जबकि गांधी का नाम सिर्फ उनकी जुबान पर है। बीजेपी आज गांधी के नाम पर अपनी दुकान चला रही है। यह सरकार आज गांधी जी के नाम पर पूरे देश को बेवकूफ बना रही है।'
औरंगाबाद में बुधवार (2 अक्टूबर) को एक रैली को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, 'गोडसे ने तो गांधी को गोली मारी थी, लेकिना मौजूदा गोडसे गांधी के हिन्दुस्तान को खत्म कर रहे हैं। जो गांधी के मानने वाले हैं, मैं उनसे कह रहा हूं कि इस वतन-ए-अजीज को बचा लो।'
उन्होंने दो टूक कहा कि आज जो लोग सत्ता में हैं, वे नाथूराम गोडसे को अपना हीरो मानते हैं। गोडसे ने गांधी को तीन गोली मारी थी, लेकिन आज देश में रोजाना लोग मर रहे हैं। एआईएमआईएम प्रमुख ने इस दौरान महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या का मुद्दा भी उठाया और कहा कि गांधी के अहिंसा के आदर्शों को समझने की जरूरत है। वह किसानों की बहुत परवाह किया करते थे, लेकिन आज वे आत्महत्या कर रहे हैं। आखिर सरकार कर क्या रही है?
उनका यह बयान ऐसे समय में आया है, जबकि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर 2 अक्टूबर को सोशल मीडिया पर गांधी के साथ-साथ गोडसे का नाम भी जबरदस्त ट्रेंड कर रहा था। सोशल मीडिया पर कई लोग गोडसे की तारीफ करते नजर आए तो कुछ ने इस पर सवाल भी उठाया कि आखिर देश किस तरफ जा रहा है।
ओवैसी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए औरंगाबाद में एक जनसभा के लिए पहुंचे थे, जहां टिकट बंटवारे से नाराज कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं ने हंगामा भी किया। ओवैसी ने जैसे ही जनसभा को संबोधित करना शुरू किया, कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया और बैटिकेट तोड़कर मंच के पास पहुंच गए। बाद में नाराज कार्यकर्ताओं को मना लिया गया।
ओवैसी ने यहां 'महाराष्ट्र ख्वाब देखना शुरू करो' कहकर अपने कैंपेन की शुरुआत की और कहा कि यह वंचित और हाशिये पर रह रहे लोगों के आगे आने का समय है, जो पिछले 70 साल से तमाम तकलीफें झेलने को मजबूर हैं।