- AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तालिबान पर सरकार से रुख स्पष्ट करने को कहा है
- हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने इस मसले को लेकर केंद्र पर शायराना अंदाज में तंज किया है
- उन्होंने दोहा में भारतीय राजदूत की तालिबान नेताओं से हुई मुलाकात को लेकर सवाल किए
लखनऊ : AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने तालिबान को लेकर एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सरकार को तालिबान के मसले पर खुलकर सामने आना चाहिए और बताना चाहिए कि इस मसले पर आखिर उसका क्या रुख है? उन्होंने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा का मसला करार देते हुए केंद्र सरकार पर शायराना अंदाज में तंज भी किया।
उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए यहां पहुंचे ओवैसी ने कहा, 'सरकार क्यों शर्मा रही है? पास आते भी नहीं, चिलमन से हटते भी नहीं, पर्दे से झांक-झांककर मोहब्बत क्यों? खुलकर बोलिए न... देश की सुरक्षा के मामले में सरकार को जवाब देना पड़ेगा।'
ओवैसी का तंज
उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा, 'और उन्हें हमारी सर जमीन पर बुलाकर चाय पिलाते हैं, बिस्किट खिलाते हैं। कबाब खिलाते हैं।' पाकिस्तान और तालिबान के गठजोड़ को लेकर आगाह करते हुए ओवैसी ने कहा, 'तालिबान और पाकिस्तान का ऐसा रिश्ता है जो कभी खत्म नहीं होगा।'
हैदराबाद से सांसद और AIMIM प्रमुख ओवैसी ने कतर में भारत के राजदूत की दोहा में तालिबान के साथ हुई बैठक का जिक्र करते हुए कहा, 'यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मसला है।'
दोहा में हुई थी मुलाकात
यहां उल्लेखनीय है कि कतर में भारत के राजदूत दीपक मित्तल ने मंगलवार को दोहा में तालिबान के नेताओं से मुलाकात की थी। भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया गया था कि यह मुलाकात तालिबान के अनुरोध पर दोहा स्थित भारतीय दूतावास में हुई, जिसमें भारतीय राजदूत ने दोहा स्थित तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख शेर मोहम्मद अब्बास स्टेनकजई से मुलाकात की। इसमें सुरक्षा और अफगानिस्तान में फंसे भारतीय नागरिकों की वापसी को लेकर चर्चा की गई।
इस दौरान भारतीय पक्ष ने तालिबान को अपनी चिंताओं से भी अवगत कराया और जोर देकर कहा कि अफगानिस्तान की भूमि का इस्तेमाल भारत विरोधी आतंकी गतिविधियों और आतंकवाद के लिए नहीं होना चाहिए। तालिबान के प्रतिनिधि ने भारत को आश्वस्त किया कि उसकी चिंताओं पर ध्यान दिया जाएगा।
दोहा में हुई उसी मुलाकात को लेकर ओवैसी सहित कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने सरकार से सवाल किया है।