- ग्रेटर हैदराबाद निकाय चुनाव के लिए बीजेपी और AIMIM के बीच जुबानी जंग हुई तेज
- ओवैसी बोले- पुराने हैदराबाद की पहचान खत्म करना चाहती है बीजेपी
- ओवैसी ने बीजेपी को दी चुनौती, कहा- पीएम मोदी से प्रचार करके दिखाए भाजपा
हैदराबाद: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में होने वाले निकाय चुनावों के लिए चुनाव प्रचार जोरों पर है। प्रचार के दौरान ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन AIMIM और बीजेपी लगातार एक दूसरे पर हमले कर रहे हैं। तेलंगाना में बीजेपी के अध्यक्ष और सांसद बंडी संजय कुमार द्वारा हैदराबाद के ओल्ड सिटी इलाके में 'घुसपैठियों' पर सर्जिकल स्ट्राइक करने वाले बयान पर असदउद्दीन ओवैसी ने पलटवार किया है। ओवैसी ने कहा कि यदि यहां पाकिस्तानी रह रहे हैं तो इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह जिम्मेदार हैं।
अमित शाह और पीएम मोदी पर निशाना
एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, 'अगर पुराने शहर में पाकिस्तानी रह रहे हैं, तो इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह जिम्मेदार हैं। क्योंकि यह उनकी विफलता है कि वे सो रहे थे और पाकिस्तानियों ने यहां प्रवेश कर लिया। मैंने उन्हें यहां कभी नहीं देखा। वे हिंदुओं और मुसलमानों के बीच नफरत की दीवार पैदा करना चाहते हैं।' ओवैसी ने चुनाव प्रचार के लिए प्रधानमंत्री मोदी को लाने के लिए भाजपा को चुनौती दी और कहा कि देखते हैं कि वह कितनी सीटें जीतती है।
बीजेपी को दी चुनौती
हैदराबाद से लोकसभा सांसद ओवैसी ने आगे आरोप लगाया कि भाजपा शहर के नाम को मिटाना चाहती है। मालकपेट में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'बिहार में 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान, भाजपा ने 222 सीटों पर जीत हासिल की और अब आप डेढ़ साल के बाद विधानसभा चुनावों में 75 सीटों पर आ गए हैं। आप नरेंद्र मोदी को पुराने शहर में लाएं और यहां प्रचार करवाएं। हम देखेंगे कि क्या होता है। यहां उनकी बैठक का आयोजन करें और हम देखेंगे कि आप यहां कितनी सीटें जीतेंगे।'
बीजेपी नष्ट करना चाहती है हैदराबाद की पहचान
ओवैसी ने कहा, 'दिल्ली से आने वाला हर राजनेता केवल मेरे बारे में बात कर रहा है। ये नगरपालिका चुनाव हैं, वे विकास के बारे में बात नहीं करेंगे। उनके इस बात का कोई जवाब नहीं कि भाजपा सरकार ने 2019 और 2020 के बीच हैदराबाद के विकास के क्या सहायता की। हैदराबाद एक विकसित शहर बन गया है जहां कई MNCs यहां स्थापित किए गए हैं, लेकिन हैदराबाद के ब्रांड नाम को नीचे लाकर भाजपा इसे नष्ट करना चाहती है।'