- असम में आई बाढ़ से अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है।
- बाढ़ से 4 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं।
- राहत और बचाव कार्य से लिए सेना को लगाया गया है।
Assam flood : असम में बाढ़ की स्थिति खराब हो गई है और राज्य के 26 जिलों में 4.03 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। असम के नौगांव जिले में राहा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत कानपुर क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है क्योंकि हजारों लोग प्रभावित हैं; कपिली, बरपानी नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। असम में आई बाढ़ से अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 4 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। राहत और बचाव का कार्य चल रहा है। भारतीय सेना को बचाव कार्यों में बुलाया गया है। मासीमपुर गैरीसन की सेना और असम राइफल्स के सुरक्षा बलों ने मंगलवार को कछार जिले के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ बचाव अभियान शुरू किया, जो राज्य के बुरी तरह से बाढ़ प्रभावित जिलों में से एक है। कछार जिले के उपायुक्त से तत्काल अनुरोध प्राप्त होने पर, भारतीय सेना और असम राइफल्स की टीमों द्वारा बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए त्वरित और समन्वित कार्रवाई की गई। असम के 26 जिलों में मौजूदा बाढ़ से 4.03 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
गुवाहाटी एक्सप्रेस और गुवाहाटी-सिलचर एक्सप्रेस ट्रेनों में सवार 1,000 से अधिक यात्रियों, जो असम के बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंस गए थे। उन्हें स्टेशनों पर रेलटेल की वाई-फाई सुविधा से मदद मिली, जहां मोबाइल नेटवर्क पूरी तरह से खराब हो गया था। रेलटेल ने पिछले सप्ताह असम में लुमडिंग-बदरपुर पहाड़ी खंड पर फंसे दो ट्रेनों के फंसे हुए यात्रियों को स्टेशन वाई-फाई का उपयोग करके संचार प्रदान करने के लिए विशेष व्यवस्था की थी, क्योंकि भारी बारिश के कारण प्रभावित क्षेत्रों में सभी ऑपरेटरों की मोबाइल सेवाएं पूरी तरह से ठप हो गई थीं। प्रभावित क्षेत्र पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के लुमडिंग रेलवे डिवीजन के अंतर्गत आता है। इस विशेष व्यवस्था का उपयोग करके यात्री अपने परिवारों के साथ संवाद कर सकते हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से फोन पर समग्र बाढ़ की स्थिति पर चर्चा की और केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। गृह मंत्री ने अंग्रेजी और असमिया में अलग-अलग ट्वीट में कहा कहा था कि असम के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के मद्देनजर स्थिति को लेकर चिंतित हूं। स्थिति का जायजा लेने के लिए सीएम हिमंत बिस्वा सरमा से बात की। एनडीआरएफ की टीमें पहले से ही तैनात हैं। केंद्र सरकार से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।