- ईडी की पूछताछ में चॉपर घोटाले के आरोपी राजीव सक्सेना ने लिए हैं कांग्रेस नेताओं के नाम
- रिपोर्ट सामने आने के बाद भाजपा ने कांग्रेस को घेरा, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पूछे सवाल
- राजीव सक्सेना जमानत पर है, साल 2019 में उसे दुबई से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया
नई दिल्ली : अगस्ता वेस्टलैंड चॉपर घोटाला मामले में कांग्रेस घिरती नजर आ रही है। मामले के प्रमुख आरोपी राजीव सक्सेना ने सलमान खुर्शीद एवं अहमद पटेल सहित कमलनाथ के बेटे बकुल नाथ, भांजे रतुल पुरी का नाम लिया है। रिपोर्टों के मुताबिक 3000 करोड़ रुपए के इस घोटाले में चार्टर्ड एकाउंटेंट सक्सेना प्रमुख आरोपी है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ में सक्सेना ने कांग्रेस नेताओं के नाम लिए हैं। घोटाले में कांग्रेस नेताओं के नाम सामने आने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस पर हमला बोला है। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में बिना रिश्वत लिए कोई रक्षा करार नहीं होता था।
जमानत पर है आरोपी सक्सेना
सक्सेना इस समय जमानत पर बाहर है। उसे जनवरी 2019 में दुबई से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया। इसके बाद ईडी ने उससे पूछताछ की। जांच एजेंसी ने सक्सेना की 385 करोड़ रुपए की संपत्तियां जब्त की हैं। बताया जाता है कि मामले में सक्सेना के बयान 1000 पन्नों में दर्ज हैं। रिपोर्ट सामने आने के बाद भाजपा ने कांग्रेस पर अपना हमला तेज कर दिया है। कानून मंत्री ने कहा, 'कोई भी रक्षा सौदा बिना लूट के नहीं होता था। कोई भी रक्षा करार बिना रिश्वत के और कोई डिफेंस डील बिना कांग्रेस नेताओं को फायदा पहुंचाए नहीं होती थी। यही कांग्रेस नेताओं की पॉलिसी रही है।'
रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस को घेरा
केंद्रीय कानून मंत्री वीवीआईपी चॉपर डील में अपने नेताओं के नाम सामने आने पर कांग्रेस पार्टी से इस परअपना रुख जाहिर करने की मांग की है। उन्होंने कहा, 'भाजपा की मांग है कि कांग्रेस इस मामले पर चुप्पी न साधे। कांग्रेस अध्यक्ष, पुराने वरिष्ठ नेताओं, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष को देश को यह बताना चाहिए कि सामने आए तथ्य पर उनकी क्या राय है। क्योंकि आरोपी के बयान में कई नेताओं के नाम सामने आए हैं।'
सलमान खुर्शीद ने दी सफाई
घोटाले में अपना आने पर कांग्रेस नेता खुर्शीद ने कहा, 'मैं हैरान हूं कि मेरा नाम जांच में आया है। सुशेन मोहन गुप्ता के पिता देव मोहन गुप्ता मेरे पारिवारिक मित्र हैं और मैं उनका शुभचिंतक हूं। उन्हें अच्छी तरह से जानने के लिए अलावा, मेरा मामले में शामिल अन्य लोगों जैसे रतुल पुरी या राजीव सक्सेना से कोई लेना-देना नहीं है।' वहीं, रतुल पुरी ने कहा कि हम सभी स्थानीय नियमों का पालन करते हैं। उन्होंने मामला न्यायालय में होने की बात कहकर किसी टिप्पणी से इनकार कर दिया।