अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के काम में तेजी आने लगी है इसके लिए विशेषज्ञों का टीम जहां योजना बनाने में जुटी है वहीं भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह के कार्य को भी आगे बढ़ाया जाएगा, इसके लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने कार्ययोजना बनाई है और इस कार्य के लिए कूपन भी छपवाए गए हैं, इसकी शुरुआत मकर संक्रांति पर्व से होगी।
श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने ट्वीट कर बताया कि भगवान श्री रामलला की पावन जन्मभूमि पर भव्य और दिव्य मन्दिर के निर्माण के लिए एक व्यापक जनसम्पर्क व सहयोग अभियान प्रारम्भ करने जा रहा है। इस अभियान में जनमानस को साहित्य के माध्यम से श्री रामजन्मभूमि अभियान के ऐतिहासिक महत्व से भी अवगत करवाया जाएगा।
देश के अधिकतर ग्रामों और शहरों में चलने वाले इस अभियान में रामभक्तों द्वारा मंदिर निर्माण हेतु स्वैच्छिक रूप से दिया गया आर्थिक सहयोग भी स्वीकार किया जाएगा, अभियान में 55 करोड़ लोगों से संपर्क कर उनसे सहयोग राशि लेने का निर्णय लिया है, जनसंपर्क अभियान मकर संक्रांति से शुरू होकर माघ पूर्णिमा तक चलेगा।
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि हमारा उद्देश्य है कि धन संग्रह के साथ वर्तमान पीढ़ी को इस मंदिर के इतिहास की सच्चाइयों से अवगत करवाया जाये, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, अंडमान निकोबार, त्रिपुरा सभी कोनों पर यह संपर्क अभियान चलेगा जिसमें सभी हिंदू संगठन सहयोग करेंगे। गौरतलब है कि मंदिर बनाने का काम लार्सन ऐंड टूब्रो कंपनी को दिया गया है, इसके साथ टाटा कंसल्टेंसी सलाहकार के रूप में काम करेगी।
वहीं अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में एक बैठक हुई, इस बैठक में अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के लिए नींव डिजाइन की समीक्षा और सिफारिशों के लिए संबंधित क्षेत्र के इंजीनियरों की एक उप समिति का गठन किया गया। इस समिति में देश के टॉप इंजीनियरों को रखा गया है, यह समिति मंदिर निर्माण को लेकर 15 दिसंबर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।