- राम जन्मभूमि परिसर में आज भगवान शिव का 'रुद्राभिषेक'
- कोरोना महामारी के कारण राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन में देरी हो रही है
- प्रधानममंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते हैं भूमि पूजन, उन्हें किया गया है आमंत्रित
नई दिल्ली: अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण से पहले आज राम जन्मभूमि परिसर में कुबेर टीला में आज भगवान शिव का 'रुद्राभिषेक' किया जाएगा। श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के प्रवक्ता महंत कमल नयन दास महाराज 'रुद्राभिषेक' के लिए कुबरे टीला पहुंचे। महंत कमल नयन दास महाराज ने कहा कि 'रुद्राभिषेक' से सारी विघ्न बाधाएं दूर हो जाएंगी। ये पूजा 2-2:30 घंटा चलेगी। कुबेर टीला पर भगवान शिव का प्राचीन मंदिर है। वहीं राम मंदिर के शिलान्यास पर उन्होंने कहा कि हम जल्द ही प्रधानमंत्री से मिलेंगे; अभी तारीख तय नहीं हुई है। इन दिनों पीएम कोविड 19 के प्रकोप के कारण किसी भी कार्यक्रम में भाग नहीं ले रहे हैं, अन्यथा वो बहुत पहले ही राममंदिर का शिलान्यास कर चुके होते।
हर काम से पहले शिव की अराधना
TIMES NOW से बात करते हुए महंत कमल नयन दास ने कहा, 'रुद्राभिषेक का बहुत बड़ा महत्व है। जब तक भगवान शिव की अराधना नहीं की जाएगी, तब तक इच्छित फल नहीं मिलेगा। हर कार्य के प्रारंभ में शिव जी की पूजा की जाती है। भगवान राम को भी जब लंका पर चढ़ाई करनी हुई तो पहले रामेश्वर की स्थापना की। इसलिए हम भी भगवान शिव की पूजा करेंगे, रुद्राभिषेक करेंगे।'
2022 तक हो जाएगा तैयार!
भूमि पूजन के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री से कह दिया गया है। उनकी भी आने की मंशा थी, लेकिन तब तक ये महामारी जिसे कोरोना कहते हैं आ गई। जिससे काम रोक दिया गया। हम प्रयास में हैं कि जल्द से जल्द काम प्रारंभ करेंगे। प्रयास ये है कि 2022 की जो रामनवमी है वो भगवान राम वहीं मनाएं। पूजा-पाठ इत्यादि वहां चल रहा है। मंदिर का प्रारूप पहले से तय है। वो श्रद्धालुओं को दिखाया गया है, वो ही बनेगा।