नई दिल्ली: समाजवादी नेता और पूर्व सांसद रमाकांत यादव के खिलाफ कोरोना वायरस पर अफवाह फैलाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। यादव के खिलाफ अफवाह फैलाने और लोगों को गुमराह करने के आरोप में पुलिस ने आजमगढ़ के सिधारी थाने में मामला दर्ज किया है।
पूर्व सांसद का कहना था कि कोरोना वायरस को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है और वह संक्रमित मरीज से दूरी बनाने के बजाय उसे गले लगाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि अभी आपने कोरोना की चर्चा की है, मैं देख रहा हूं आप मास्क लगाए हैं। कोरोना एक छलावा और बहकाने वाला मामला है। हमारे देश में एक बी व्यक्ति कोरोना से मरा हो तो बताइए। लोग कहते हैं कोरोना से पीड़ित लोगों से एक मीटर दूर रहिए, मैं कहता हूं लाइए मैं गले लगाता हूं। यह सिर्फ एनआरसी, सीएए और महंगाई से ध्यान हटाने की कोशिश है। मेरे पास कोरोना के सभी 200 से ज्यादा मरीज लाइए मैं गले लगाकर रखूंगा।
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता शलभ मनी त्रिपाठी ने रमाकांत यादव का वीडियो शेयर करते हुए कहा, 'ये हैं श्री रमाकान्त यादव, पूर्व सांसद और समाजवादी पार्टी के नेता, जरा कोरोना पर इनके विचार सुनिए, वाकई पूरी पार्टी ही नगीनों से भरी पड़ी है।'
आजमगढ़ के सीओ सदर अकमल खान ने बताया, 'एक प्रकरण संज्ञान में आया है कि पूर्व सांसद रमाकांत द्वारा कोरोना वायरस पर कुछ भ्रामक सूचना सोशल मीडिया पर वायरल की जा रही थी। इससे जनता के बीच में भ्रामक बातें फैल रही थीं। इस पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।'
वहीं दूसरी तरफ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जनता से अपील की है कि कोरोना वायरस को लेकर वे अफवाहों पर ध्यान ना दें और उन्हें फैलने से रोकें। अखिलेश ने कहा, 'मैं अपने प्रदेश के सभी लोगों से...अपने सभी कार्यकर्ताओं से एक बात कहना चाहता हूं...कोरोना वायरस का इलाज करना डॉक्टरों का काम है लेकिन उसे फैलने से रोकना हम सबका काम है।' उन्होंने कहा कि अगर आपको खुद में, अपने परिवार में, पड़ोस में कहीं भी कोरोना वायरस संक्रमण का कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से जाँच करवाएं। साफ-सुथरे रहें, लोगों से कम-से-कम मिलें और अफ़वाहों को व्हाट्सअप या अन्य किसी माध्यम से फैलने से रोकें...अखिलेश ने कहा कि अपने परिवार के साथ रहें और सकारात्मक सोच रखें कि पहली बार गर्मी की ऐसी छुट्टी आई है जब हम भी घर पर हैं।