कोरोना का नया वेरिएंट डरा रहा है। दुनियाभर के देशों में बढ़ते कोरोना के केस थर्ड वेव की दस्तक दे रहे हैं। भारत में भी कोरोना के नए केस आ रहे हैं। देश के कई इलाकों में कोरोना के छोटे छोटे क्लस्टर बन रहे हैं। एक साथ कई केस आ रहे हैं। मार्च तक कोरोना की वजह से 7 लाख लोगों की मौत हो जाएगी। ये दावा किया है WHO यानि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने और इससे भी बड़ी बात तो ये है कि WHO ने ये आंकड़ा सिर्फ यूरोप के लिए ही बताया है। तो क्या दुनिया में कोरोना की थर्ड वेव आने वाली है?
थर्ड वेव की आशंका प्रबल इसलिए भी है क्योंकि कोरोना का एक ऐसा वेरिएंट सामने आया है जिसे ट्रैक करना मुश्किल है। इसके लक्षण दिखने मुश्किल है। दावा तो ये भी है कि इस पर वैक्सीन का असर भी कम पड़ रहा है। कोरोना के इस नए वेरिएंट का नाम है 'बी.1.1.529'। अभी तक 'बी.1.1.529' के कुल 26 मामले सामने आ चुके हैं। ये इजराइल, बोत्सवाना, दक्षिण अफ्रीका और हांगकांग में फैल चुका है।
सबसे बड़ी बात ये है कि ये जिन मरीजों में मिला है उनमें से ज्यादातर लोगों ने कोरोना वैक्सीनेशन की दोनों डोज ले रखी थी। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस नए वेरिएंट में अब तक 32 म्यूटेशन देखने को मिले हैं। इसे आसान शब्दों में समझें तो ये 32 बार अपना रूप बदल चुका है, जो किसी दूसरे वेरिएंट से कहीं ज्यादा है। इसीलिए ये अभी तक के किसी भी वेरिएंट से काफी ज्यादा संक्रामक और खतरनाक है। इस नए वेरिएंट के सामने आने के बाद दुनियाभर में हड़कंप मचा हुआ है। ब्रिटेन ने इस वेरिएंट के खतरे को देखते हुए 6 दक्षिण अफ्रीकी देशों से फ्लाइट्स को बैन कर दिया है।
भारत में कोरोना के नए स्ट्रेन का मरीज तो नहीं मिला है लेकिन भारत सरकार ने भी कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर अलर्ट जारी किया है। सभी राज्यों को निर्देश जारी किए गए हैं कि दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना से आने वाले सभी यात्रियों की कड़ी जांच व परीक्षण किया जाए। इसको लेकर केंद्रीय राज्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेश के मुख्य सचिवों को पत्र लिखा है।