- बडगाम और सोपोर में सुरक्षाबलों के साथ आतंकियों की हुई थी मुठभेड़
- सोपोर में मुठभेड़ के दौरान एसपीओ शहीद
- 370 के हटने के बाद सामान्य तौर पर आतंकी वारदातों में आई कमी
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के दो अलग अलग इलाकों में आतंकियों के साथ सुरक्षाबलों की मुठभेड़ हुई जिसमें सोपोर में एक स्पेशल पुलिस अफसर को आतंकियों ने गोली मार दी जिसे जख्मी हालात में भर्ती कराया गया औ उसकी मौत हो गई। इसके अलावा बडगाम में भी मुठभेड़ हुई। राष्ट्रीय राइफल्स को बुधवार शाम मध्य कश्मीर के कुछ हिस्सों में आतंकियों की मौजूदगी की जानकारी मिली थी
खुफिया जानकारी के बाद कार्रवाई
इन्हीं जानाकारियों के आधार पर दूनीवारा इलाके में सेना जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की टीमों को भेजा गया । राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों के साथ अन्य सुरक्षाबलों ने यहां एक बड़ा तलाशी अभियान चलाया था। इसके बाद इलाके में मौजूद दो आतंकियों ने जवानों पर गोलीबारी कर भागने की कोशिश की थी। सुरक्षाबलों का कहना है कि इस तरह की जानकारी मिली थी कि जैश के कुछ बड़े आतंकी सोपोर इलाके के साथ साथ बडगाम में छिपे हुए हैं।
आतंकी घटनाओं में पहले के मुकाबले कमी आई
आतंकियों की गोलीबारी का जवाब देते हुए सुरक्षाबलों ने एक घर को घेर लिया था। हालांकि अब तक इलाके में किसी भी आतंकी के मारे जाने की खबर नहीं है। वहीं एहतियात के तौर पर दूनीवारा के आसपास के इलाकों में सीआरपीएफ और सेना की टीमों को तैनात कर दिया गया है। सुरक्षाबलों का कहना है कि अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद आंतकी वारदातों के साथ साथ पत्थरबाजी की घटनाओं में कमी आई है। घाटी के लोगों को भी लगने लगा है कि इस तरह के कामों में शामिल होने से कुछ फायदा नहीं होने वाला है।
आतंकी समूहों पर दबाव बनाकर रख रही -सेना प्रमुख
सेना का दावा है कि कश्मीर में आर्टिकल 370 खत्म होने के बाद से आतंकवाद में कमी आई है। गुरुवार को ही सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने कहा था कि जम्मू कश्मीर में आतंकवाद की घटनाओं में कमी आई है और सेना आतंकी समूहों पर दबाव बनाकर रख रही है। एफएटीएफ के पूर्ण सत्र के परोक्ष रुप से जिक्र करते हुए सेना प्रमुख ने कहा कि सीमापार आतंकवाद में कमी के मामले में एक बाहरी आयाम है।