नई दिल्ली: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एक नवम्बर को राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर राज्य के किसानों के खाते में 1500 करोड़ रूपए की राशि जारी करेंगे। और यह राशि राजीव गांधी किसान न्याय योजना की तीसरी किश्त के रूप में दी जाएगी। इसका फायदा छत्तीसगढ़ के 21 लाख किसानों को मिलने वाला है। तीसरी क़िस्त मिलाकर राज्य के किसानों को कुल 4548 करोड़ रूपए की राशि मिल जाएगी।
छत्तीसगढ़ सरकार की राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत राज्य में फसल उत्पादकता एवं फसल विविधिकरण को बढ़ावा देने के लिए आदान सहायता राशि दिए जाने का प्रावधान खरीफ साल 2019 से शुरू किया गया है। साल 2019 में धान एवं गन्ना के उत्पाद 19 लाख किसानों को 5702 करोड़ 13 लाख रूपए की राशि जारी की गई थी। जबकि साल 2020 में धान एवं गन्ना के उत्पादक किसानों को योजना के तहत चार किश्तों में आदान सहायता राशि प्रदान की जा रही है।
धान एवं गन्ना उत्पादक किसानों को प्रथम किश्त की राशि 1525 करोड़ 97 लाख रूपए का भुगतान 21 मई 2021 को तथा दूसरे किश्त की राशि 1522 करोड़ 03 लाख रूपए का भुगतान 20 अगस्त 2021 को किया जा चुका है। तीसरी किश्त के रूप में धान उत्पादक कृषकों को 1500 करोड़ रूपए का भुगतान एक नवम्बर 2021 को किया जाएगा जब छत्तीसगढ़ अपनी स्थापना दिवस मनाएगा।
'खेती छोड़ चुके लोगों का भी रूझान खेती की ओर बढ़ा है'
राजीव गांधी किसान न्याय योजना की वजह से खेती छोड़ चुके लोगों का भी रूझान खेती की ओर बढ़ा है। जिसकी वजह से बघेल सरकार राजीव गांधी किसान न्याय योजना का दायरा बढ़ाया है। अब इस योजना में खरीफ की समस्त फसलों के साथ-साथ उद्यानिकी फसलों को भी शामिल किया गया हैं। धान के बदले अन्य फसलों की खेती करने वाले किसानों को प्रति एकड़ के हिसाब से 10 हजार रूपए की आदान सहायता तथा वृक्षारोपण करने वाले किसानों को अगले तीन साल तक प्रति एकड़ के हिसाब से 10 हजार रूपए देने का प्रावधान किया गया है।