S Jaishankar: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की सराहना करते हुए कहा कि इस समय इस पद पर बने रहना 'एक बड़ी ताकत' है। राजनयिक से राजनेता बने एस जयशंकर ने भारत की विदेश नीति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वह समय चला गया है जब देश वोट बैंक की राजनीति के लिए राष्ट्रीय हित को अलग रखता था।
मोदी सरकार का विदेश मंत्री होना एक बड़ी ताकत है- एस जयशंकर
रविवार को उन्होंने गुजरात में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि मैं उस व्यक्ति से ईर्ष्या करूंगा जो 2047 में विदेश मंत्री होगा, लेकिन मैं आपको एक बात बताऊंगा, नरेंद्र मोदी सरकार का विदेश मंत्री होना भी एक बड़ी ताकत है। मूल विश्वास, आत्मविश्वास और दृष्टिकोण को दुनिया पहचान रही है। जयशंकर ने रविवार को अपनी पुस्तक 'द इंडिया वे: स्ट्रैटेजीज फॉर एन अनसर्टेन वर्ल्ड' का गुजराती अनुवाद लॉन्च किया।
विदेश मंत्री ने कहा कि कुछ राजनीतिक कारणों से हमें खुद को इसराइल के साथ संबंध बढ़ाने से प्रतिबंधित करना पड़ा। प्रधानमंत्री मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री थे, जो इजराइल गए थे। साथ ही कहा कि वह समय चला गया है, जब हम वोट बैंक की राजनीति के लिए राष्ट्रीय हित को अलग रखते थे।
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भारतीय जनसंख्या की वृद्धि दर गिर रही है- विदेश मंत्री
साथ ही विदेश मंत्री ने भारत की बढ़ती आबादी और उन समस्याओं के बारे में भी बताया जो जबरन जनसंख्या नियंत्रण से पैदा हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि यूएन वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रॉस्पेक्ट्स (डब्ल्यूपीपी), 2022 का अनुमान है कि भारत 2023 तक 140 करोड़ आबादी के साथ चीन को पीछे छोड़ते हुए सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा। भारत में वर्तमान में दुनिया की आबादी का 17.5 फीसदी है। भारत के 2030 तक 150 करोड़ और 2050 तक 166 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनसंख्या की वृद्धि दर गिर रही है। इसका कारण शिक्षा, सामाजिक जागरूकता और समृद्धि है।