- दक्षिण बंगाल की इस हाई प्रोफाइल सीट पर 1 अप्रैल को होगा चुनाव
- ममता बनर्जी का मुकाबला भाजपा के प्रत्याशी सुवेंदु अधिकारी से होगा
- पश्चिम बंगाल में इस बार आठ चरणों में होंगे विधानसभा चुनाव
नंदीग्राम (पश्चिम बंगाल) : तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी हाई प्रोफाइल सीट नंदीग्राम से आज अपना नामांकन दाखिल करेंगी। मंगलवार को नंदीग्राम पहुंचीं ममता ने चुनावी मंच से चंडीपाठ किया और थोड़ी देर के लिए 'चायवाली' बनीं। नंदीग्राम सीट पर उनका मुकाबला उनके करीबी रहे सुवेंदु अधिकारी से है जो अब भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। ममता बनर्जी को सत्ता के शिखर तक पहुंचाने में नंदीग्राम का योगदान है। साल 2007 के यहां के किसान आंदोलन ने ममता बनर्जी को ताकत दी और वह 34 साल पुरानी लेफ्ट की सरकार को सत्ता से बेदखल करने में सफल हुईं।
शुक्रवार नामांकन दाखिल करेंगे सुवेंदु अधिकारी
ममता ने एक बार फिर नंदीग्राम की ओर रुख किया है। अधिकारी इस सीट पर शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। राज्य की सबसे बड़ी हाई-प्रोफाइल सीट पर सभी की नजरें बनी हुई हैं। मंगलवार को नंदीग्राम पहुंचीं तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ने माता चंडी मंदिर का दर्शन किया। यही नहीं आम लोगों तक अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए उन्होंने सड़क किनारे एक चाय की दुकान पर लोगों की चाय पिलाई।
एक अप्रैल को नंदीग्राम में मतदान
उन्होंने कहा, 'मैं यहां लोगों की सेवा करने आई हूं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे किस समुदाय से आते हैं। लोग मेरे साथ हैं। शिवरात्रि के दिन मैं एक मंदिर में पूजा करूंगी।' ममता नंदीग्राम में एक मजार पर भी गईं। राज्य में आठ चरणों में होने जा रहे चुनाव के तहत दूसरे चरण में एक अप्रैल को नंदीग्राम में मतदान होना है।
'बाहरी' होने पर कसा तंज
विधानसभा चुनाव में इस सीट से नामांकन दाखिल करने से एक दिन पहले बूथ स्तर के तृणमूल कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ममता ने कहा, ‘मैंने सुना है कि कुछ लोग मुझे नंदीग्राम में बाहरी कह रहे हैं। मैं हैरान हो गई। मैं पड़ोसी बीरभूम जिले में जन्मीं और पली-बढ़ी हूं। आज मैं बाहरी हो गई और जो गुजरात से आए हैं वे बंगाल में स्थानीय हो गये। ’
...तो मुझे 10 साल सीएम नहीं रहना चाहिए-ममता
ममता ने ‘दीदी हम आपको चाहते हैं’ के नारे के बीच कहा, ‘इस तर्क के अनुसार तो मुझे 10 साल से राज्य का मुख्यमंत्री नहीं रहना चाहिए था। और अब बंगाल की बेटी बाहरी कुछ लोगों के लिए बाहरी हो गई है। क्या आपने कभी बाहरी मुख्यमंत्री सुना है? यदि स्थानीय लोग मुझसे चुनाव लड़ने को नही कहेंगे तो मैंन वापस चली जाऊंगी।’