- बंगाल में शर्तों के साथ लॉकडाउन में दी गई है छूट
- जूट मिलों में 15 फीसद कामगार कर सकते हैं काम
- सीएम ममता बनर्जी ने कहा था कि कोरोना पर लगाम के साथ ही आर्थिक गतिविधियों को शुरू करने की जरूरत
नई दिल्ली। देश के अलग अलग राज्यों में शर्तों के साथ लॉकडाउन में कुछ छूट दी गई है, और उसका असर दिखाई भी दे रहा है। टोल प्लॉजा पर अब पहले की तरह काम शुरू हो चुका है तो जिन राज्यों या इलाके में छूट हासिल हुई है उससे वहां के कामगार उत्साहित भी हैं। सुबह होते हैं कि बड़ी संख्या में कामगार मिलों के सामने जुटने लगे।
जूट मिलों में 15 फीसद कामगारों को इजाजत
बंगाल नॉर्थ 24 परगना में जूट मिलों को खोला गया है। राज्य सरकार ने आदेश दिया है कि 15 फीसद कामगारों के जरिए मिल मालित काम शुरू करा सकते हैं। लेकिन बैरकपुर में मिल के बाहर जुटे कामगारों का कहना है कि अभी मिल का ताला ही नहीं खुला है, हम लोग कांट्रैक्टर के कहने पर यहां आए। लेकिन मिल से जुड़े लोगों की तरफ से किसी तरह की जानकारी नहीं दी गई।
थोड़ी खुशी, थोड़ा गम
जूट मिलों को बंगाल की जीवनधारा माना जाता है, कहा जाता है कि अगर आप को बंगाल को सही मायने में समझना है तो आप 20 जूट मिलों का चक्कर लगा लीजिए बंगाल की तस्वीर दिख जाएगी। जूट मिलों के बाहर कामगारों का कहना है कि उन्हें खुशी है कि दोबारा काम शुरू हो रहा है। पिछले 25 दिनों से वो एक तरह से अपने आप पर बंधन महसूस कर रहे थे। इसके साथ ही उन लोगों ने शिकायत करते हुए कहा था कि सरकारी दावे और वादे सरकारी ही होते हैं। सरकार के नुमाइंदे बड़ी बड़ी बात करते हैं। लेकिन जमीन पर उतना नजर नहीं आता है। लेकिन उन्हें खुशी है कि कम से कम 15 फीसद लोगों को काम करने की इजाजत दी गई है।