- विधायक ए श्रीनिवास मूर्ति की शिकायत पर डीजे हल्ली पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई
- शिकायत के अनुसार, 2-3 हजार लोगों ने 11 अगस्त को उसके घर और वाहनों में लगाई आग
- 35 और आरोपी गिरफ्तार, अब तक कुल 340 गिरफ्तार
बेंगलुरु: बेंगलुरु में हुई हिंसा के दौरान जिस कांग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के घर पर को उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया था उन्होंने अब पुलिस में चोरी की एफआईआर दर्ज कराई है। बेंगलुरु के डीजे हॉल में उपद्रवियों ने श्रीनिवास के घर को आग के हवाले करने के बाद घर से 3 करोड़ रुपये के सोने और चांदी के सामान चोरी कर लिए और इस संबंध में विधायक ने एफआईआर दर्ज करवा दी है। शिकायत के अनुसार, 11 अगस्त को लगभग 2000-3000 लोगों ने उसके घर के बाहर एकत्र हुऐ और वाहनों सहित अन्य संपत्तियों को आग लगा दी।
विधायक के भतीजे के एक फेसबुक पोस्ट से हुआ ता बवाल
विधायक ने इस संबंध में देरी के कारण के पीछे धारा 144 लागू होने का हवाला दिया और कहा वह सुरक्षित स्थान पर रह रहे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मूर्ति ने दावा किया कि उन्हें कांग्रेस पार्टी का पूरा समर्थन है। दंगाई भीड़ ने विधायक के घर को निशाना इसलिए बनाया क्योंकि उनके भतीजे पी नवीन ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित रूप से अपमानजनक फेसबुक पोस्ट साझा किया था जिसकी वजह से 11 अगस्त को शहर में हिंसा भड़क उठी थी।
340 लोग गिरफ्तार
इस बीच, बेंगलुरु हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने 35 और अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है जिसके बाद गिरफ्तार अभियुक्तों की कुल संख्या 340 हो गई जिसमें नागवारा वार्ड से कांग्रेस पार्षद इरशाद बेगम के पति कलीम पाशा भी शामिल हैं। पाशा कांग्रेस नेता और कर्नाटक के पूर्व मंत्री केजे जॉर्ज के करीबी सहयोगी हैं और एसडीपीआई से भी करीबी संबंध रखते हैं। राज्य सरकार ने 18 अगस्त की सुबह 6 बजे तक डीजे हल्ली और केजी हल्ली पुलिस स्टेशन की सीमा के तहत आने वाले क्षेत्रों में भारतीय दंड संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लगा दी है।
एसडीपीआई पर दंगों को अंजाम देने का आरोप लगा है। बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त कमल पंत ने कहा कि एक और व्यक्ति, जो शहर में हिंसा में शामिल था उसने पेट में चोटों की वजह से दम तोड़ दिया। इस मौत के साथ, हिंसा में मरने वालों की संख्या चार हो गई है जिसमें से तीन लोग पुलिस की गोलीबारी में मारे गए।
एसडीपीआई पर आरोप
पुलिस के अनुसार, आरोपी सैय्यद नदीम 12 अगस्त से जेल में था और पिछली रात वह सीने में दर्द के साथ की शिकायत के लिए अस्पताल आया था। पुलिस आयुक्त पंत ने कहा कि उसके पेटमें शायद ही कोई सख्त चीज लगी है। भाजपा ने बेंगलुरु हिंसा के संबंध में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) को दोषी ठहराया है, और कर्नाटक के पूर्व मंत्री रोशन बेग ने कहा कि एसडीपीआई या कांग्रेस को अल्पसंख्यक समुदायों के गरीब वर्गों का शोषण नहीं करना चाहिए। बेग ने कहा कि कांग्रेस पिछले 10 वर्षों से एसडीपीआई का संरक्षण कर रही है और फिर भी वे अपने स्वयं के विधायक की रक्षा नहीं कर सके।