- पश्चिम बंगाल की भवानीपुर विधानसभा सीट पर 30 सितंबर को उपचुनाव होना है
- चुनाव परिणामों की घोषणा 3 अक्टूबर को की जाएगी
- यहां से ममता बनर्जी के मुकाबले बीजेपी ने प्रियंका टिबरेवाल को मैदान में उतारा है
कोलकाता : पश्चिम बंगाल में भवानीपुर उपचुनाव पर देशभर की नजरें टिकी हुई हैं, जहां से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तृणमूल कांग्रेस (TMC) की प्रत्याशी होंगी। बीजेपी ने यहां से प्रियंका टिबरेवाल को मैदान में उतारा है, जो बंगाल हिंसा पीड़ितों की ओर से केस लड़ चुकी हैं। बीजेपी इस चुनाव में जोरशोर से बंगाल हिंसा के मसले को उठा रही है। इस बीच प्रियंका टिबरेवाल की मुख्य चुनाव एजेंट ने पश्चिम बंगाल के रिटर्निंग ऑफिसर को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है और पुलिस इसकी जानकारी सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस को दे रही है।
उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि कुछ पुलिसकर्मियों को सादी वर्दी में तैनात किया गया है, जो लगातार न सिर्फ उनकी गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं, बल्कि उसकी तस्वीरें भी भेज रहे हैं।
बीजेपी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भवानीपुर उपचुनाव के प्रचार के दौरान कोविड-19 मानदंडों के उल्लंघन का आरोप भी लगाया है और चुनाव आयोग में इसे लेकर शिकायत दी है। बीजेपी का यह भी कहना है कि ममता बनर्जी ने अपने हलफनामे में कई बातों की जानकारी नहीं दी है।
TMC का BJP पर आरोप
इससे पहले चुनाव आयोग ने नामांकन पत्र दाखिल करते समय बड़ी संख्या में समर्थकों को इकट्ठा करने को लेकर कोविड-19 प्रोटोकॉल के कथित उल्लंघन प्रियंका टिबरेवाल को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। टीएमसी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि टिबरेवाल ने बिना किसी पूर्व अनुमति के 'अनियंत्रित भीड़' को इकट्ठा करके आदर्श आचार संहिता और कोविड से संबंधित दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया।
टिबरेवाल ने दी सफाई
टिबरेवाल ने इन आरोपों पर हालांकि कहा कि सुवेंदु अधिकारी उनके वाहन में अकेले ही थे। वाहन में कोई और नहीं था। अर्जुन सिंह और दिनेश त्रिवेदी अपने अलग वाहन से आए थे। बीजेपी प्रत्याशी ने सवालिया लहजे में कहा कि आखिर उन्होंने आचार संहिता का उल्लंघन कैसे किया? उन्होंने यह भी कहा कि उनके वाहन में कोई झंडा नहीं था। प्रियंका टिबरेवाल ने इससे भी इनकार किया कि उन्होंने भीड़ की अगुवाई की।
उन्होंने कहा, 'यह देखना मेरा कर्तव्य नहीं है कि बाइक और चौपहिया वाहनों पर सड़कों पर कौन था। यह पुलिस और स्थानीय प्रशासन का काम है।' यहां उल्लेखनीय है कि भवानीपुर में उपचुनाव 30 सितंबर को होना है, जिसके नतीजों की घोषणा 3 अक्टूबर को होगी।