- झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन सरकार को गिराने की साजिश का खुलासा
- स्पेशल ब्रांच की गिरफ्त में तीन लोग
- झामुमो विधायक ने दी तहरीर, कई महीनों से रची जा रही थी साजिश
हेमंत सरकार के खिलाफ बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है,सरकार में शामिल विधायको को पैसे का लालच दे कर हेमन्त सरकार को अल्पमत में लाने की कोशिश की जा रही थी। लेकिन साजिश की भनक स्पेसल ब्रांच को लग गई ,जिसके बाद राजधानी के कई बड़े होटलो में ताबड़तोड़ छापेमारी कर साजिश में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
स्पेशल ब्रांच की गिरफ्त में तीन लोग
पुलिस का कहना है कि तीनों पर एफआईआर दर्ज कर आगे की करवाई की जा रही है।गिरफ्तार तीन व्यक्तियो में दो सरकारी कर्मचारी है।गिरफ्तार आरोपियो में अभिषेक दुबे, अमित सिंह और निवारण प्रसाद महतो शामिल है।तीनो के खिलाफ रांची के कोतवाली थाना में एफआईआर दर्ज की गई है।इन पर आईपीसी की धारा 419, 420 124-ए, 120 बी, 34 और पीआर एक्ट की धारा 171 के साथ पीसी एक्ट की धारा 8/9 लगायी गयी है।
विधायक की शिकायत पर कार्रवाई
झारखंड सरकार गिराने की साजिश के बारे में बेरमो से विधायक जयमंगल उर्फ अनूप सिंह ने कोतवाली रांची में शिकायत दर्ज कराई है। उनका कहना है कि झामुमो-कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन की सरकार को अस्थिर करने की जानकारी महीनों से चली आ रही है। कई विधायकों की छवि धुमिल करने की कोशिश की जाती रही है। इसी क्रम में उन्हें जानकारी मिली जो हैरान करने वाली थी। अलग अलग जगहों से कुछ लोग राजनीतिक षड़यंत्र को अंजाम देने के लिए रांची में कैंप किए हुए हैं और हवाला के जरिए बड़े पैमाने पर लेन देन की सूचना मिली है।
सत्तारूढ़ दल के विधायकों को प्रलोभन देकर खरीदफरोख्त के लिए और लेन-देन के लिए बातचीत चल रही है। ताकि कुछ विधायकों तो प्रलोभन से तोड़कर सरकार गिराई जा सके। उन्हें जानकारी है कि कुछ बहुत ही रसूखदार और फाइनेंसर छद्म नामों से कई होटलों में ठहरे हुए हैं और विधायकों से संपर्क की कोशिश में हैं ताकि उन्हें लालच देकर सरकार को गिराया जा सके।
बीजेपी पर आरोप
झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रेस कॉन्फ्रेस कर बताया की राज्य सरकार को अस्थिर करने की साजिश भारतीय जनता पार्टी की है। प्रियो भट्टाचार्य ने कहा राँची पुलिस ने जो अब तक जानकारी दी है उसके मुताबिक होटल में कुछ लोग समान छोड़ भाग रहे थे जो संदेह पैदा करता है। अगर कोई होटल मे ठहरा है तो वे पुलिस को देख क्यों भागे समान छोड़कर। ये साधारण घटना नही जेएमएम गंभीरता से इस मामले को देख रही है। अगर भविष्य में कोई अलोकतांत्रिक साजिश हुई तो राज्य चुप नही बैठेगा.वर्तमान दौर को देखते हुए विधायको से संवाद सक्रिय है। हमारे विधायक जानते है कि ये संघर्ष का राज्य है। सुप्रियो भट्टाचार्य ने कांग्रेस को दिया है कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व और प्रदेश नेतृत्व को विधायको के साथ समन्वय स्थापित करना चाहिए।