- पश्चिम बंगाल में हुए शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर तेज हुआ जांच की आंच
- अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों पर ED की छापेमारी अब तक 50 करोड़ से ज्यादा की रकम बरामद
- अर्पिता ने ईडी से पूछताछ में कहा कि पैसा पार्थ चटर्जी का है
West Bengal Scam: पश्चिम बंगाल (West Bengal) में चर्चित शिक्षा भर्ती घोटाले (Teacher Recruitment Scam) को लेकर ईडी लागातार छापेमारी कर रही है। अब इस घोटाले की जांच के दायरे में ममता बनर्जी की सरकार में वाणिज्य व उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) की करीबी मानी जाने वाली अर्पिता मुखर्जी (Arpita Mukherjee) के घर से ईडी के अधिकारियों को करोड़ों रुपये की नगदी बरामद हुई। अब उनके संपत्ति का दस्तावेज़ Exclusive दस्तावेज Times Now Navbharat के पास मौजूद है।
अर्पिता मुखर्जी के पास है ये संपति
जहां 22 करोड़ मिले उस संपत्ति के दस्तावेज मिले हैं जिसे मात्र 75 लाख रूपये में ये खरीदा गया था। ये संपत्ति Echhay Ent. के नाम से रजिस्टर्ड है जिसकी निदेशक अर्पिता है और जिस्टर्ड पेपर पर अर्पिता ने खुद हस्ताक्षर किए है। 24 जनवरी 2022 को ये संपत्ति खरीदी गई थी। इसी संपत्ति से पार्थ-अर्पिता संबंधों का खुलासा हुआ है और ED को शक-ये सारी संपत्ति पार्थ चटर्जी की है।
Arpita Mukherjee ने पार्थ चटर्जी को बताया फ्लैट से मिले पैसों का मालिक, कहा- वो खुद आकर करते थे जांच
अर्पिता का 'खजाना'
- 27 जुलाई को मिला था 27.9 करोड़ कैश और 4.31 करोड़ का सोना
- 22 जुलाई को मिला था 21.9 करोड़ कैश और 56 लाख की विदेशी करेंसी तथा 76 लाख का सोना
- अब तक बरामदगी - कुल कैश- 50.36 करोड़, कुल सोना- 5.07 करोड़, कुल बरामदगी- 55.43 करोड़
सूत्रों के मुताबिक अर्पिता ने ED को बयान दिया है कि सारा पैसा पार्थ चटर्जी का है। अर्पिता के इस बयान के बाद तृणमूल कांग्रेस के महासचिव कुणाल घोष ने पार्थ चटर्जी को मंत्री समेत दूसरे पदों से हटाने की मांग की है। इन तमाम बातों के बीच BJP ने ममता सरकार के खिलाफ हल्ला बोल शुरू कर दिया है। आज कोलकता में ममता सरकार के खिलाफ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन भी किया।
अर्पिता की काली डायरी बताएगी घोटाले का सच? पूछताछ में कोर्ड वर्ड को डिकोड करेगी ED