- बिहार में अपनी ड्यूटी निभा रहे होमगार्ड से दंबगई करना एसआई पड़ा भारी
- ड्यूटी निभा रहे गार्ड से करवाई थी उठक-बैठक, एसएआई सस्पेंड
- कृषि अधिकारी के खिलाफ भी होगी जांच, हो सकती है कार्रवाई
पटना: कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन लागू है। लॉकडाउन के दौरान जहां लोग घरों में बंद हैं वहीं कुछ लोग ऐसे हैं फ्रंटफुट पर आकर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। लेकिन ड्यूटी निभा रहे ऐसे लोगों के साथ उन्ही के मातहत अधिकारी कैसे व्यवहार करते हैं इसका नजारा कुछ दिन पहले बिहार में देखने को मिला था जहां एक होमगार्ड को अपनी ड्यूटी निभाना भारी पड़ा था।
पास मांगना होमगार्ड को पड़ा था भारी
दरअसल अररिया में तैनात होमगार्ड ने लॉकडाउन के नियमों का हवाला देते हुए कृषि अधिकारी की गाड़ी को रोककर पास मांग लिया बस यही होम गार्ड को भारी पड़ गया। इसके बाद कृषि अधिकारी ने अपने पद का रौब दिखाते हुए गार्ड से सरेआम उठक-बैठक करवाई। इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था जिसमें साफ दिख रहा है कि कैसे होमगार्ड के साथ अभद्रता की जा रही है। वीडियो में एसआई गोविंद भी होमगार्ड को यह कहते सुना जा रहा है, 'गलती हो गई है तो साहब से माफी मांग लो।' तभी से सोशल मीडिया में लोग कृषि अधिकारी के खिलाफ एक्शन लेने की मांग कर रहे थे।
वायरल हुआ था वीडियो
वीडियो वायरल होते ही पिस विभाग में भी खलबली मच गई। खुद डीजीप गुप्तेश्वर पांडे ने इस घटना को संज्ञान में लेते हुए इसकी जांच कराने के आदेश दिए थे। उन्होंने कहा, 'ये घटना शर्मनाक है। सरकार के संज्ञान में है और सरकार इस पर कार्रवाई करेगी।' जांच का जिम्मा डीडीसी और एसडीपीओ को सौंपा गया। जांच के दौरान पता चला कि कृषि अधिकारी द्वारा होमगार्ड को उठक-बैठक कराने के दौरान वहां सब इंस्पेक्टर गोविंद सिंह भी मौजूद थे जो वीडियो में चिल्लाते हुए नजर आ रहे हैं। जांच के बाद एसआई को निलंबित कर दिया गया है।
कृषि अधिकारी के खिलाफ भी होगा एक्शन
हालांकि अभी तक अभद्र व्यवहार करने वाले कृषि अधिकारी मनोज कुमार पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मनोज कुमार और उनके साथ घटनास्थल पर मौजूद एक कृषि समन्वयक के खिलाफ कार्रवाई के लिए गृह विभाग को अनुशंसा भेज दी गयी है। बिहार के कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा 'हम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। निष्कर्षों के आधार पर जिला कृषि पदाधिकारी निलंबन या अन्य प्रकार की अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना कर सकते हैं।'