नई दिल्ली: बिहार की राजनीति में अजब-गजब बयान सामने आते रहते हैं ताजा मामला सामने आया है हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) और बीजेपी के बीच तकरार का, ब्राह्मण जाति (Brahmin) पर पूर्व सीएम मांझी (Jeetan Ram Manjhi) के बयान के बाद बीजेपी कोटे से नीतीश सरकार में मंत्री नीरज कुमार बबलू ने तीखी टिप्पणी कर डाली उन्होंने जीतन राम मांझी को राजनीति से संन्यास लेकर "राम-राम" जपने की सलाह दी थी, उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि उनपर उम्र का असर हो गया है इस वजह से वे ऐसे बयान दे रहे हैं उनका बेटा मंत्री है, इसलिए अपने बेटे के भविष्य के लिए उन्हें घर बैठ जाना चाहिए।
इसपर 'हम' की त्वरित प्रतिक्रिया सामने आई, पार्टी के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने मंत्री के बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा हम अपनी पार्टी के 4 विधायक को हटा लें तो एनडीए की जमीन खिसक जाएगाी, अभी मंत्री बने बैठे हैं सब सड़क पर राम नाम जपने लगेंगे, उन्होंने कहा कि नीरज सिंह बबलू को सोचना चाहिए कि वह किनके बारे में और क्या बोल रहे है हिम्मत है तो वह बीजेपी नेताओं पर भी बोलकर दिखाएं।
"एनडीए सरकार 4 विधायकों के बूते नहीं चल रही है"
इस बयान पर पलटवार करते हुए मंत्री नीरज सिंह ने कहा कि एनडीए सरकार 4 विधायकों के बूते नहीं चल रही है, बल्कि सभी दलों के सहयोग से चल रही है। गौर हो कि हाल ही में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने ब्राह्मणों को लेकर अपशब्द का उपयोग किया था और उन्होंने सत्यनारायण पूजा पर भी विवादित बयान दिया था।
मांझी ने ब्राह्मण-दलित एकता भोज का आयोजन किया
बाद में विवादित बयान पर मांझी ने यूटर्न लेते हुए कहा कि मैंने ब्राह्मणों के लिए अपशब्द नहीं कहे, किसी को बुरा लगा तो माफी मांगता हूं, बाद में जीतन राम मांझी ने ब्राह्मण-दलित एकता भोज का आयोजन किया। वहीं इससे पहले जीतन राम मांझी का एक और बयान वायरल हुआ था। जीतन राम मांझी ने ये बयान बिहार में शराबबंदी को लेकर दिया था, जिसमें वो नीतीश सरकार की शराबबंदी नीति के खिलाफ लोगों को थोड़ी-थोड़ी पीने की सलाह देते हुई दिखाई दे रहे थे।