- पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में मंत्री रहे हैं नवजोत सिंह सिद्धू
- 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान रैली में सिद्धू ने की थी आपत्तिजनक बात
- उसी बयान को लेकर उन पर मामला दर्ज है, इसी संबंध में अमृतसर आई है बिहार पुलिस
नई दिल्ली: 2019 लोकसभा चुनाव में बिहार के कटिहार में कांग्रेस विधायक नवजोत सिंह सिद्धू ने चुनावी सभा में विवादित भाषण दिया था, जिसे लेकर उन पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगा था। इसी केस में सिद्धू को शामिल करने के लिए 18 जून से बिहार पुलिस के 2 सब-इंस्पेक्टर अमृतसर में उनके घर के बाहर रोजाना 4-5 घंटे इंतजार करते हैं, लेकिन कांग्रेस विधायक हैं कि उन्होंने मुलाकात तक नहीं की। बिहार पुलिस के सब इंस्पेक्टर जनार्धन शर्मा ने कहा, '18 तारीख से सिद्धू जी का इंतजार कर रहे हैं। आम आदमी होता तो खुद थाना आकर साइन करता। हम खुद इनके लिए दरवाजे पर आए हुए हैं कि बेल बॉन्ड पेपर पर साइन कर दीजिए। इनके PA फोन ही नहीं उठाते हैं। जो हमारे वरिष्ठ अधिकारी का निर्देश होगा, वही करेंगे।'
शहर के पुलिस कमिश्नर डॉ. सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि बिहार पुलिस द्वारा स्थानीय पुलिस से संपर्क नहीं किया गया। डॉ. गिल ने कहा, 'अंतर-राज्य संचार तब होता है जब मेहमान टीम को किसी को गिरफ्तार करना होता है। इस मामले में वे न्यायिक कागजात पर हस्ताक्षर प्राप्त करने के लिए दौरा कर रहे हैं, इसलिए हमें लूप में नहीं रखा गया है।'
दिया था ये बयान
रैली में सिद्धू ने कहा था, 'अपने आप को अल्पसंख्यक मत समझो। आप यहां बहुमत में हो। आप 64 प्रतिशत हैं। आप (असदुद्दीन) ओवैसी जैसे लोगों के बिछाए जाल में मत फंसिए। उन्हें भाजपा ने खड़ा किया है। अपनी ताकत को पहचानो। अगर तुम लोगों ने एकजुट होकर वोट डाला तो सब पलट जाएगा। मोदी सलट जाएगा। छक्का लग जाएगा।'
पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में मंत्री रहे सिद्धू लंबे समय से किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में नजर नहीं आए हैं। बीच-बीच में खबर आती रहती हैं कि कांग्रेस में साइडलाइन हो चुके सिद्धू आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल हो सकते हैं। इस साल हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल रहे सिद्धू ने एक भी रैली नहीं की।