- तीन और चार अक्टूबर को पटना, बेगूसराय, खगड़िया और वैशाली जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी
- पटना जिला प्रशासन ने 3 और 4 अक्टूबर को सभी निजी और सरकारी स्कूल और कॉलेजों को बंद रखने का आदेश दिया है
- मध्य बिहार और उत्तर बिहार के इलाकों और पटना में हल्की और मध्यम बारिश होने की संभावना है
नई दिल्ली: अगर बारिश (Rain) ना हो लोग उसके होने की दुआ करते हैं मगर तब क्या हो कि बारिश शुरु तो हो मगर रुकने का नाम ना ले, जी हां बिहार राज्य के तमाम जिले इस समय बारिश की मार से बुरी तरह बेहाल हैं ना सिर्फ बेहाल बल्कि वहां का सारा जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है और बारिश और बाढ़ के चलते तमाम लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
मौसम विभाग की मानें तो तीन और चार अक्टूबर को पटना, बेगूसराय, खगड़िया और वैशाली जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert) जारी किया गया है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे के लिए ये अलर्ट जारी किया है, कहा जा रहा है कि मध्य बिहार और उत्तर बिहार के इलाकों और पटना में हल्की और मध्यम बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग के ऑरेंज अलर्ट जारी करने के बाद आपदा विभाग भी इसे लेकर खासा सक्रिय हो गया है और पूरी तरह से अलर्ट मोड में है। पटना जिला प्रशासन ने 3 और 4 अक्टूबर को सभी निजी और सरकारी स्कूल और कॉलेजों को बंद रखने का आदेश दिया है।
वहीं केंद्रीय खाद्य मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी नेता राम विलास पासवान जब हाजीपुर पहुंचे तो लोगों का गुस्सा उन पर फूट पड़ा। दरअसल बिहार के पटना, हाजीपुर सहित कई हिस्सों में इन दिनों बारिश के बाद हुए जलभराव के बाद से बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है।
बताया जा रहा है कि 27 सितम्बर से 30 सितम्बर तक बिहार में अप्रत्याशित वर्षा होने एवं नदियों के वाटर लेवल में खासी वृद्धि होने से पटना, भोजपुर, भागलपुर, नवादा, नालन्दा, खगड़िया, समस्तीपुर, लखीसराय, बेगूसराय, वैशाली, बक्सर, कटिहार, जहानाबाद अरवल एवं दरभंगा खासतौर पर बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राज्य में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ से निपटने के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। नीतीश कुमार ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण बिहार में सूखा अचानक भारी वर्षा और वर्तमान स्थिति है। इस साल जुलाई में 12-13 जिलों में बाढ़ आई, बाद में गंगा नदी में जल स्तर बढ़ गया और अब अचानक हुई भारी बारिश ने पटना के कई इलाकों में पानी भर दिया है।
बिहार की राजधाना पटना के प्रभावित इलाकों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की नाव से राहत पहुंचाई जा रही है और घरों में फंसे लोगों को राहत सामग्री और खाने की चीजें मुहैया करवाने की कोशिशें की जा रही हैं हालांकि ये नाकाफी नजर आ रही हैं। पटना शहर के जल-जमाव वालं क्षेत्रों में प्रभावितों के बीच वायुसेना के दो हेलिकॉप्टर से फूड पैकेट्स गिराये जा रहे हैं।