- महिला पंजाब के लुधियाना से अपने पति के साथ भागलपुर लौट रही थी, जब उसे लेबर पेन हुआ
- उसी ट्रेन में सवार एक यात्री ने रेल मंत्री पीयूष गोयल को अपने फोन से इस संबंध में संदेश पहुंचाया
- कुछ ही देर बाद जिला प्रशासन को सतर्क कर दिया गया और सिरारी स्टेशन पर ठहराव की व्यवस्था की गई
शेखपुरा : पंजाब की लुधियाना से बिहार के भागलपुर जा रही एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन को रोककर इसमें सफर कर रही एक प्रवासी महिला का प्रसव शेखपुरा के सदर अस्पताल में बुधवार की देर रात कराया गया। शेखपुरा जिला प्रशासन के जनसंपर्क पदाधिकारी सत्येंद्र प्रसाद ने गुरुवार को बताया कि प्रसूता महिला आशा लुधियाना से भागलपुर जिला के सनोखर अपने पति कृष्णा के साथ जा रही थी।
रेल मंत्री ने ऐसे पहुंचाई मदद
अपनी यात्रा के अंतिम पड़ाव से करीब 100 किलोमीटर पहले ही ट्रेन में आशा को प्रसव पीड़ा शुरू हो जाने और शेखपुरा स्टेशन पर उक्त ट्रेन का पड़ाव नहीं होने के कारण उनके पति की घबराहट पर उसी ट्रेन में यात्रा कर रहे एक अन्य भागलपुर जिला के कहलगांव निवासी रजनीश भारती ने अपने मोबाइल फोन से रेलमंत्री पीयूष गोयल को एक संदेश भेजा और संदेश में लिखा, 'सर मेरे गृहनगर कहलगांव की आशा कुमारी प्रसव पीड़ा से पीड़ित हैं।' रजनीश ने अपने संदेश में संपर्क नंबर के अलावा ट्रेन और कोच नंबर जैसे विवरण वर्णित किया था।
सत्येंद्र ने बताया कि 9.26 बजे संदेश मिलने के कुछ ही देर में जिला प्रशासन को सतर्क कर दिया गया था और रेलवे ने सिरारी स्टेशन पर आपातकालीन ठहराव की व्यवस्था की, जहां से महिला को एंबुलेंस द्वारा शेखपुरा सदर अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल के उपाधीक्षक शरत चंद्र ने बताया कि शेखपुरा की जिलाधिकारी इनायत खान रात भर फोन पर बनी रहीं। आशा ने सुबह करीब साढ़े छह बजे बच्ची को जन्म दिया।
रेल मंत्री ने शेयर की तस्वीर
सत्येन्द्र ने कहा, 'बिहार सरकार द्वारा राज्य में पैदा होने वाली लड़कियों के लिए चलाई जा रही योजनाओं के तहत 3,400 रुपये की राशि उनके खाते में हस्तांतरित की गई है।' कृष्णा ने इस मदद के लिए सभी को आभार व्यक्त करते हुए कहा, 'मैं रजनीश की बुद्धि तत्परता और हमलोगों की चिंता करने और आवश्यक निर्देश देने को लेकर रेल मंत्री शेखपुरा जिला प्रशासन सहित सभी अधिकारियों का शुक्रगुजार हूं।'
रेल मंत्री पीयूष गोयल अपने ट्विटर हैंडल पर नवजात की उसके माता-पिता के साथ तस्वीरें साझा करते हुए कहा, 'सुंदर नवजात शिशु का स्वागत है। उन अधिकारियों का यशगान, जिन्होंने प्रसव पीड़ा होने पर सिरारी स्टेशन पर मां को चिकित्सा सहायता की व्यवस्था की।'