- बीरभूम हिंसा के मामले को लेकर हाईकोर्ट ने मांगा राज्य सरकार से जवाब
- ममता बनर्जी आज बीरभूम का दौरान कर प्रशासन के साथ करेंगी बैठक
- बीरभूम जिले के गांव में कुछ मकानों में आग लगा दी गई जिसमें 10 लोगों की जिंदा जलकर मौत
Birbhum Violence News: पश्चिम बंगाल के बीरभूम हिंसा मामले में हाई कोर्ट ने ममता सरकार से 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी है और आज दोपहर में इस पर सुनवाई होगी। इसके साथ ही कोर्ट ने ममता सरकार को आदेश दिया है कि गवाहों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। वहीं बीरभूम हिंसा को लेकर सीएम ममता बनर्जी आज बीरभूम जिले का दौरा करेंगी। ममता उस जगह भी जाएंगी जहां हिंसा हुई थी। ममता हिंसा के पीड़ितों से भी मुलाकात करने के साथ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर जांच का अपडेट भी लेंगी। दरअसल सोमवार को बीरभूम में कुछ मकानों में आग लगा दी गई थी जिसमें 10 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई थी
ममता का बयान
ममता ने कहा कि वह स्थिति का जायजा लेने के लिए बृहस्पतिवार को बोगतुई गांव का दौरा करेंगी, जहां एक ग्राम पंचायत उप प्रधान की हत्या के शीघ्र बाद कुछ मकानों में आग लगा दी गई थी। ममता ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा, ‘यह हमारी सरकार को बदनाम करने के लिए भाजपा, वाम दलों और कांग्रेस की कोशिश है। बीरभूम की घटना के लिए जिम्मेदार सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, चाहे वे किसी भी राजनीतिक दल से संबंध रखते हों।'
पीएम ने कही ये बात
बीरभूम हिंसा पर प्रधानमंत्री मोदी ने दुख जताया है। पीएम ने कहा कि वो आशा करते हैं कि राज्य सरकार ऐसे जघन्य पाप को करने वालों को जरूर सजा दिलवाएगी..पीएम ने ये भी कहा कि केंद्र अपराधियों को जल्द सजा दिलवाने में बंगाल सरकार की पूरी मदद करेगा। .पीएम मोदी ने ये भी कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से बंगाल सरकार को इस बात के लिए आश्वस्त करता हूं की अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलवाने में जो भी मदद होगी उसे महैया कराया जाएगा..वहीं बीरभूम हिंसा पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग की है।
इससे पहले विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने हालांकि कहा है कि उन्हें और उनकी पार्टी के अन्य सदस्यों को घटनास्थल पर जाने से रोका गया। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने घटनास्थल का दौरा करने के लिए मंगलवार को पांच सदस्यीय समिति का गठन किया था, जिसमें चार सांसद शामिल हैं।