एनडीए के घटक दल रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने महाराष्ट्र के सियासी घटनाक्रम पर कहा कि बीजेपी गठबंधन को अब लगभग 168-169 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। उद्धव सरकार चलाने में सक्षम नहीं थे। जल्द ही फडणवीस के नेतृत्व में हम सरकार बनाएंगे। उन्हें अपने विधायकों की देखभाल करना शिवसेना का कर्तव्य था। बीजेपी को दोष नहीं देना चाहिए। अठावले ने कहा कि मुख्यमंत्री फडणवीस को बनाया जाना चाहिए।
रामदास अठावले ने टाइम्स नाउ नवभारत से कहा कि जल्द ही बीजेपी की सरकार बनेगी। एमवीए अपना बहुमत खो चुकी है। शिंदे ने शिवसेना का खेल कर दिया। उद्धव ठाकरे के पास 10-12 विधायक हैं। एकनाथ शिंदे डिप्टी सीएम बन सकते हैं। जल्द ही बीजेपी की सरकार बनेगी।
अठावले ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि 2019 का चुनाव बीजेपी आरपीआई शिवसेना ने मिलकर लड़ा था। जनादेश बीजेपी के पक्ष में था। शिवसेना ने बीजेपी को धोखा दिया। एकनाथ जी ने शिवसेना को धोखा दिया। एकनाथ शिंदे को 42-43 एमएलए का समर्थन है। देवेंद्र फडणवीस सीएम बन सकते हैं।
गौर हो कि महाविकास अघाड़ी (एमवीए) में शिवसेना के 55, राकांपा के 53 और कांग्रेस के 44 विधायक हैं। राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा में सामान्य बहुमत के लिए 144 का आंकड़ा जरूरी है। भाजपा के पास अपने 106 विधायक हैं तथा उसे राजठाकरे की अगुवाई वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना , स्वाभिमानी पक्ष एवं राष्ट्रीय समाज पक्ष के एक एक विधायकों एवं छह निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है। इस प्रकार सदन में उसके पास सहयोगियों को मिलाकर कुल 116 विधायक हैं।
शिवसेना ने शिंदे को विधानसभा में पार्टी के नेता पद से हटा दिया है एवं उनके स्थान पर चौधरी को सदन का नेता नियुक्त किया है। शिंद से संपर्क नहीं होने एवं अपने समर्थक विधायकों के साथ सूरत चले जाने के बाद शिवसेना ने यह कदम उठाया। फिलहाल शिंदे शिवसेना के विधायकों के एक धड़े एवं कुछ निर्दलीय विधायकों के साथ गुवाहाटी में हैं। उन्होंने कहा है कि उन्हें 46 विधायकों का समर्थन प्राप्त है।
Maharashtra Shiv Sena Crisis Live Updates
महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल द्वारा बागी नेता एकनाथ शिंदे के स्थान पर अजय चौधरी को सदन में शिवसेना के समूह के नेता के रूप में नियुक्ति को मंजूरी दिये जाने से सत्तारूढ़ गठबंधन के लिए शक्ति-परीक्षण के माध्यम से अपना बहुमत साबित करने की जरूरत को तेजी से पूरा किया जा सकता है। संविधान विशेषज्ञों ने ऐसी राय जाहिर की है।
महाराष्ट्र के पूर्व महाधिवक्ता श्रीहरि अने ने कहा कि शिंदे की अगुवाई में बागी विधायकों का समूह (धड़ा) कह सकता है कि वह वर्तमान महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार का समर्थन नहीं करता है और यह कि वर्तमान सरकार बहुमत गंवा बैठी है। इसके परिणामस्वरूप अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि विधानसभा उपाध्यक्ष द्वारा शिंदे के स्थान पर चौधरी को समूह के नेता के रूप में नियुक्ति को मंजूरी देने का मतलब यह हो सकता है कि अविश्वास प्रस्ताव एवं मत-विभाजन की प्रक्रिया शीघ्र हो।
शिवसेना नीत एमवीए सरकार (शिवसेना, कांग्रेस एवं राकांपा की गठबंधन सरकार) यह कह सकती है कि उसके पास अपना बहुमत है और वह विश्वास प्रस्ताव पेश का आह्वान कर सकती है। अने ने कहा कि शक्ति परीक्षण की प्रक्रिया तब शुरू हो जाएगी तब यह पूरी तरह स्थापित हो जाएगा कि बागी समूह के पास जरूरी संख्या बल है।