Maharashtra Political Crisis Update: महाराष्ट्र में सत्ता को लेकर जारी कवायद के बीच तमाम अपडेट्स सामने आ रहे हैं और माना जा रहा है कि राज्य की सत्ता उद्धव ठाकरे के हाथ से फिसलने ही वाली है हालांकि एकनाथ शिंदे और बागी शिवसेना विधायकों को मनाने की कवायद भी उद्धव ठाकरे और शिवसेना की ओर से जारी है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री आवास छोड़ने के बाद राजनीतिक हलचल और तेज हो गई है। महाराष्ट्र में सियासत अजीब मोड़ पर आकर खड़ी हो गई है। एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद शिवसेना टूटने के कगार पर है। शिवसेना के विधायक एक-एक कर शिंदे गुट का दामन थाम रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि उद्धव के साथ अब केवल 20 विधायक बचे हैं।
इस सारे घटनाक्रम और राजनीतिक अस्थिरता के बीच केंद्रीय मंत्री रामेश्वर तेली (Rameshwar Teli) ने "टाइम्स नाउ नवभारत" (Times Now Navbharat) से खास बातचीत में कहा - 'महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा संख्या होने के बाद भी सरकार शिवसेना (Shiv Sena) की है, हम चाहते है कि इसबार बीजेपी (BJP) की सरकार सत्ता में आये अगर एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) चाहेंगे तो जरूर बनेगी'
शिवसेना बोली- 'सभी विधायकों की इच्छा होने पर MVA से बाहर निकलने पर विचार को तैयार'
वहीं इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने गुरुवार को कहा कि विधायकों को गुवाहाटी से संवाद नहीं करना चाहिए, वे वापस मुंबई आएं और सीएम उद्धव ठाकरे से इस सब पर चर्चा करें। हम सभी विधायकों की इच्छा होने पर महाविकास अघाड़ी (MVA) से बाहर निकलने पर विचार करने के लिए तैयार हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें यहां आना होगा और सीएम से चर्चा करनी होगी।
Maharashtra : उद्धव ठाकरे को एकनाथ शिंदे गुट का जवाब, 3 पन्नों की चिट्ठी में पूछा-हमें अयोध्या जाने से क्यों रोका?
"आप सच्चे शिवसैनिक हैं, आपकी मांग पर विचार किया जाएगा"
राउत ने विधायकों से कहा कि आप कहते हैं कि आप असली शिवसैनिक हैं और पार्टी नहीं छोड़ेंगे। हम आपकी मांग पर विचार करने के लिए तैयार हैं, बशर्ते आप 24 घंटे में मुंबई वापस आएं और सीएम उद्धव ठाकरे के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करें। आपकी मांग पर सकारात्मक रूप से विचार किया जाएगा। ट्विटर और व्हाट्सऐप पर चिट्ठी मत लिखिए। उन्होंने कहा कि बागी, जो मुंबई से बाहर हैं, ने हिंदुत्व का मुद्दा उठाया है। अगर इन सभी विधायकों को लगता है कि शिवसेना को एमवीए से बाहर निकलना चाहिए, तो मुंबई वापस आने की हिम्मत दिखाएं। आप कहते हैं कि आपको सिर्फ सरकार के साथ परेशानी है और यह भी कहते हैं कि आप सच्चे शिवसैनिक हैं, आपकी मांग पर विचार किया जाएगा, लेकिन आएं और उद्धव ठाकरे से बात करें।