- राष्ट्रपति चुनाव में झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू होंगी NDA की उम्मीदवार
- विपक्षी दलों की ओर से संयुक्त उम्मीदवार के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को मैदान में उतारा गया है
- मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने घोषणा की है कि NDA की तरफ से द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया है। पहली बार किसी महिला आदिवासी उम्मीदवार को वरीयता दी गई है। हम आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए द्रौपदी मुर्मू को एनडीए के उम्मीदवार के रूप में घोषित करते हैं। द्रौपदी मुर्मू ने शिक्षक के रूप में काम किया है। वह पार्षद और फिर विधायक बनीं। सर्वपल्ली राधाकृष्णन की तरह द्रौपदी मुर्मू लंबे समय से शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ी हैं और लंबे समय तक विधायक और मंत्री रही हैं। उन्होंने ओडिशा सरकार के परिवहन और वाणिज्य विभागों को संभाला है। और 2007 में विधायक के लिए नीलकंठ पुरस्कार जीता है। मुर्मू 2015 से 2021 तक झारखंड की राज्यपाल भी रहीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी ने अपना जीवन समाज की सेवा और गरीबों, दलितों के साथ-साथ हाशिए के लोगों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित कर दिया है। उनके पास समृद्ध प्रशासनिक अनुभव है और उनका कार्यकाल उत्कृष्ट रहा है। मुझे विश्वास है कि वह हमारे देश की एक महान राष्ट्रपति होंगी। लाखों लोग, विशेष रूप से वे जिन्होंने गरीबी का अनुभव किया है और कठिनाइयों का सामना किया है, श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी के जीवन से बड़ी शक्ति प्राप्त करते हैं। नीतिगत मामलों की उनकी समझ और दयालु स्वभाव से हमारे देश को बहुत लाभ होगा।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने ट्वीट कर कहा कि द्रौपदी मुर्मू का एनडीए का राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार होना ओडिशा के लिए गर्व का क्षण है। जब पीएम मोदी ने मेरे साथ इस पर चर्चा की तो मुझे खुशी हुई। मुझे विश्वास है कि श्रीमती मुर्मू देश में महिला सशक्तिकरण के लिए एक उज्ज्वल उदाहरण स्थापित करेंगी।
राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुमू ने कहा कि मैं एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हूं, यह जानकर थोड़ा आश्चर्य और खुशी दोनों हो रही है। इस माटी की बेटी होने के नाते राष्ट्रपति चुनाव में बीजद से समर्थन देने का अनुरोध करूंगी। आशा करती हूं कि ओडिशा के सभी सांसद और विधायक भी मेरा समर्थन करेंगे क्योंकि मैं राज्य से दो बार विधायक और बीजद-भाजपा सरकार में मंत्री रह चुकी हूं।
उम्मीदवारी पर आम सहमति नहीं बन पाई: नड्डा
नड्डा ने कहा कि भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में प्रधानमंत्री और अन्य सदस्यों ने हिस्सा लिया। 15 जून को राष्ट्रपति चुनाव की अधिसूचना अधिसूचित की गई। हम राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए आम सहमति बनाने के लिए विभिन्न दलों से बात कर रहे थे। राजनाथ जी और मैंने कई पार्टियों से बात की। लेकिन आम सहमति नहीं बन पाई। यूपीए ने अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। इसलिए हमने अपने एनडीए सहयोगियों से बात की है और 20 नामों पर चर्चा की गई है। देश के पूर्वी हिस्से से उम्मीदवार पर आम सहमति थी और वह महिला हो और आदिवासी पहले कभी उम्मीदवार नहीं रहा हो।
द्रौपदी मुर्मू को जानें
द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को ओडिशा के मयूरभंज जिले के बैदापोसी गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम बिरंची नारायण टुडू है। वह संथाल परिवार, एक आदिवासी जातीय समूह से ताल्लुक रखती हैं। वह भारतीय जनता पार्टी की सदस्य हैं। 2006 से 2009 तक एसटी मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष रहीं। 2004 से 2009 तक रायरंगपुर विधानसभा की सदस्य रहीं। ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी और बीजू जनता दल गठबंधन सरकार के दौरान वह 6 मार्च 2000 से 6 अगस्त 2002 तक वाणिज्य और परिवहन के लिए स्वतंत्र प्रभार और 6 अगस्त 2002 से 16 मई 2004 तक मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री थीं।
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