योगी आदित्यनाथ इकलौते ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्हें बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में बुलाया गया है। बाकी राज्यों के मुख्यमंत्री वेब लिंक के माध्यम से इस कार्यकारिणी में जुड़े हैं। बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के भाषण के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजनीतिक प्रस्ताव रखा। इस राजनीतिक प्रस्ताव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की योजनाओं की तारीफ के साथ-साथ पांच राज्यों में आगामी चुनाव को लेकर के पार्टी की रणनीति पर चर्चा हुई।
इस कारण से हुआ योगी आदित्यनाथ का चयन
पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में राजनीतिक प्रस्ताव योगी आदित्यनाथ ने रखा और इस संबंध में जब पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से पूछा गया तब निर्मला सीतारमण का कहना था कि योगी आदित्यनाथ पार्टी के वरिष्ठ नेता है। साथ ही साथ देश के सबसे बड़े राज्य में सरकार चला रहे हैं। इसके साथ ही योगी आदित्यनाथ ने कोरोना काल में बेहतर काम किया जिससे प्रदेश की जनता को काफी फायदा और राहत महसूस हुई।
निर्मला सीतारमण का कहना है कि योगी आदित्यनाथ ने कोरोना काल और कोरोना काल के बाद रोजगार सृजन को लेकर के काफी बेहतर काम किया है। इन सभी कारणों से योगी आदित्यनाथ को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में राजनीतिक प्रस्ताव रखने के लिए बुलाया गया है।
गौरतलब है कि पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में प्रदेशों के मुख्यमंत्री और प्रदेशों के पार्टी अध्यक्ष वर्चुअल माध्यम से जुड़े हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को विशेष तौर पर राजनीतिक प्रस्ताव रखने के लिए कार्यकारिणी की बैठक में आमंत्रित किया गया। जो इस बात का संकेत है की पार्टी उनके नेतृत्व पर भरोसा कर रही है और यूपी के महासमर में उतरने से पहले पार्टी उनके कद को बढ़ा रही है जिसका सीधा फायदा यूपी विधानसभा में पार्टी को मिलने वाला है।