- अखिलेश यादव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही कह चुका था कि पुराने मामले नहीं उठाए जा सकते।
- उन्होंने कहा कि बीजेपी हिंदुओं और मुसलमानों के बीच नफरत फैला रही है।
- उन्होंने कहा कि वे बेरोजगारी, महंगाई जैसे असली मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाना चाहते हैं।
सिद्धार्थनगर : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि बीजेपी ज्ञानवापी मस्जिद, ताजमहल जैसे अन्य मुद्दों का इस्तेमाल जनता को वास्तविक चीजों से भटकाने के लिए कर रही है ताकि बेरोजगारी, महंगाई पर कोई बहस न हो। लगता है बीजेपी 'वन नेशन वन बिजनेसमैन' के लिए काम कर रही है।
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि बीजेपी और उसके सहयोगी ज्ञानवापी मस्जिद का मुद्दा उठा रहे हैं क्योंकि वे असली मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाना चाहते हैं। यादव ने कहा कि ज्ञानवापी एक पुरानी मस्जिद है और मुख्य मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए बीजेपी के 'अदृश्य सहयोगी' समय-समय पर सामने आते हैं और नफरत के बीज बोते हैं।
यादव ने मीडिया से कहा कि जहां तक अदालत का सवाल है तो सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही कह चुका है कि इस तरह के पुराने मामले नहीं उठाए जा सकते। इसके बाद भी बीजेपी हिंदुओं और मुसलमानों के बीच नफरत फैला रही है ताकि मुख्य मुद्दों पर चर्चा न हो।
उधर ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे के दौरान शिवलिंग मिलने की बात पर सपा सांद शफीकुर रहमान बरक (Shafiqur Rahman Barq) ने कहा कि ज्ञानवापी में शिवलिंग की बात गलत है हम Gyanvapi पर कब्जा बर्दाश्त नहीं करेंगे।