- देश के राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 18 जुलाई को होगा
- एनडीए उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू की जीत तय मानी जा रही है
- देश के हर मंडल में द्रौपदी मुर्मू की जीत का जश्न बीजेपी मनायेगी
नई दिल्ली: भारतीय इतिहास में पहली बार होगा जब कोई आदिवासी महिला सर्वोच्च पद पर आसीन होगी। ये जीत कई मायनों में अहम रहने वाली है। इसलिए बीजेपी ने तैयारी भी ख़ास की है। गौर हो कि देश के राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 18 तारीख को होगा और आंकड़ों के लिहाज से NDA की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की जीत तय मानी जा रही है।
खासतौर पर ST समुदाय यानि आदिवासी समुदाय के देश भर के क़रीब 1 लाख 30 हज़ार गांवो में भव्य जश्न मानने के निर्देश बीजेपी आलाकमान ने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को दे दिये हैं। इसके साथ ही देश के हर मंडल में भी द्रौपदी मुर्मू की जीत का जश्न बीजेपी मनायेगी। करीब 15 हज़ार मंडल में जश्न मनाने की तैयारी बीजेपी कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक़ बीजेपी की योजना है कि देश की पहली आदिवासी महिला की सर्वोच्च पद पर जीत का संदेश पूरे देश में तो जाये ही लेकिन ख़ास तौर पर आदिवासी समुदाय में भी जाना चाहिए। क्योंकि बीजेपी चाहती है कि अभी तक मुख्य धारा से कटे इस समुदाय को जोड़ने के लिए ये जीत एतिहासिक तो होगी ही लेकिन राजनीतिक तौर पर भी ये मैसेज जाये कि प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी ही ऐसी पार्टी है जो सत्ता के लिए नहीं बल्कि देश के वंचित तबकों और वर्गों के लिए काम करते हैं।
इसलिए देश के ST समुदाय के क़रीब 1 लाख 30 हज़ार गांवों में विशेष रूप जश्न मनाने के निर्देश दिए गये हैं। 21 जुलाई को मुर्मू की जीत की घोषणा होते ही देश के करीब 15 हज़ार मंडलों सहित इन आदिवासी गांवों में ढोल नगाड़ों के साथ द्रौपदी मुर्मू के होर्डिंग, पोस्टर लगाने के निर्देश दिए गए हैं। सूत्रों के अनुसार इस दिन मुर्मू के अलावा और किसी भी नेता का पोस्टर ना लगाने के भी निर्देश दिए गये है।
16 जुलाई को हर प्रदेश में बीजेपी ने अपने विधायक दल की मीटिंग बुलाई हैं जहां पर प्रशिक्षित पोलिंग एजेंट बाक़ी सभी विधायकों को वोट डालने के लिए प्रशिक्षित करेंगे और इस प्रशिक्षण में अगर कोई विधायक मौजूद नहीं रहता है तो उसकी जानकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष के कार्यालय में देने के निर्देश भी दिए गये हैं। इसके साथ ही सभी सांसद दिल्ली में वोट डालेंगे
बीजेपी राष्ट्रीय मुख्यालय में राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग के लिए एक वर्कशॉप का आयोजन किया। इस वर्कशॉप में हर प्रदेश के पोलिंग एजेंट को बुलाया गया और इन पोलिंग एजेंट को वोटिंग के लिए प्रशिक्षण दिया गया कि वोटिंग के दौरान हर छोटी छोटी बात का ध्यान कैसे रखना है। राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष, केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने इस वर्कशॉप में बीजेपी नेताओं को प्रशिक्षित किया। सूत्रों के मुताबिक़ वर्कशॉप में एक डमी बैलेट पेपर सभी को दिया गया और सभी नेताओं को समझाया गया कि उसका प्रयोग करके वोट कैसे देना है। वर्कशॉप में ये भी बताया गया कि वोट करते समय अपने मोबाइल और पेन बाहर ही रखने हैं कोई भी सांसद, विधायक इनको अंदर ले जाने की गलती ना करें।
वोटिंग के दौरान कोई चूक नहीं होनी चाहिए इसको लेकर बीजेपी नेतृत्व काफ़ी गंभीर है क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी की तरफ़ से मैसेज गया है कि 100 प्रतिशत वैलिड वोटिंग होनी चाहिए और एक भी वोट ख़राब नहीं होना चाहिए