नई दिल्ली : आकाश में आज (26 मई, बुधवार) अनोखी खगोलीय घटना हो रही है, जब दुनिया के विभिन्न हिस्सों से चांद के अनोखे रूप को देखा जा रहा है। इस दौरान चांद कई जगह लालिमा लिए नजर आ रहा है तो कहीं इस पर काली छाया नजर आ रही है, जबकि आम दिनों में यह सफेद नजर आता है। लालिमा लिए चांद का यही रूप ब्लड मून कहलाता है। नासा ने इस बारे में पहले ही बताया है कि चांद पृथ्वी की छाया में चला जाएगा। जब वह पृथ्वी की छाया में नहीं होगा तो पहले से बड़ा और चमकदार दिखेगा। यह स्थिति चंद्र ग्रहण की वजह से बनती है।
चांद का यह रूप धरती के उसी हिस्से से देखा जा रहा है, जहां इस वक्त रात हो रही है और चंद्र गहण लगा है। इसे देखने के लिए सबसे उपयुक्त स्थान प्रशांत महासागर के मध्य, ऑस्ट्रेलिया, एशिया के पूर्वी तट और अमेरिका के पश्चिमी तट में है। अमेरिका के पूर्वी हिस्से से भी यह देखा जा रहा है, लेकिन वहां आरंभिक चरण का ही चंद्र ग्रहण नजर आएगा। इसके अतिरिक्त कनाडा, मेक्सिको, मध्य अमेरिका के अधिकांश हिस्सों और इक्वाडोर, पश्चिमी पेरु, दक्षिणी चिली तथा अर्जेंटीना में भी यह देखा जा सकेगा।
भारत में आंशिक चंद्र ग्रहण
जहां तक भारत की बात है, यहां आंशिक चंद्र ग्रहण ही देखा जा सकेगा, ब्लडमून नहीं। इसे भी देश के सभी हिस्सों से नहीं देखा जा सकेगा। देश के उत्तर-पूर्वी हिस्से, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह से इसे कुछ वक्त के लिए देखा जा सकेगा। पूर्वी भारत के हिस्सों, नेपाल, पश्चिमी चीन, मंगोलिया और पूर्वी रूस में आंशिक चंद्र ग्रहण ही देखा जा सकेगा, जब चांद धरती की छाया में प्रवेश कर बाहर निकलेगा।
भारत में चंद्र ग्रहण के समय को इस प्रकार समझें :
- भारतीय समय के अनुसार आंशिक चंद्र ग्रहण 26 मई को दोपहर 3 बजकर 15 मिनट पर शुरू होगा, जो शाम 6 बजकर 23 मिनट तक चलेगा।
- पूर्ण चंद्र ग्रहण शाम 4 जबकर 39 मिनट पर शुरू होगा, जो शाम 4 बजकर 58 मिनट पर समाप्त होगा।
- आंशिक चंद्र ग्रहण पोर्ट ब्लेयर से शाम 5 बजकर 38 मिनट से अगले 45 मिनट के लिए देखा जा सकेगा।
- पश्चिम बंगाल के मालदा और ओडिशा के पुरी में आंशिक चंद्र ग्रहण 6 जकर 21 मिनट पर लगेगा, जो अगले 2 मिनट के लिए रहेगा।
- चंद्र ग्रहण का पूरा समय 5 घंटे, 2 मिनट का होगा, लेकिन आंशिक चंद्र ग्रहण की अवधि 2 घंटे, 53 मिनट की होगी। वहीं पूर्ण चंद्र ग्रहण 14 मिनट का होगा।
देश के सभी हिस्सों से चंद्र ग्रहण को नहीं देख पाने की वजह यह है कि भारत के अधिकतर हिस्सों के लिए पूर्ण ग्रहण के दौरान चांद पूर्वी क्षितिज से नीचे होगा। इस वजह से यहां लोग ब्लड मून नहीं देख पाएंगे। लेकिन पूर्वी व उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में आंशिक चंद्र ग्रहण के अंतिम क्षणों को देखा जा सकेगा। कोलकाता की ही बात करें तो वहां चंद्रोदय 26 मई को 6 बजकर 15 मिनट पर होना है और ऐसे में संभव है कि यहां लोग 6 बजकर 22 मिनट के आसपास आंशिक ग्रहण देख पाएं। देश की राजधानी दिल्ली, मुंबई, चेन्नई समेत कई हिस्सों में लोग चंद्र ग्रहण नहीं देख पाएंगे।
कैसे देखें ब्लड मून
जैसा कि पहले ही स्पष्ट किया जा चुका है, भारत में महज आंशिक चंद्र ग्रहण ही देखा जा सकेगा। यहां ब्लड मून का नजारा नंगी आंखों से देखने को नहीं मिलेगा। हालांकि इसे विभिन्न ऑब्जर्वेटरी से देखा जा सकेगा। साथ ही आप चंद्र ग्रहण की लाइव स्ट्रीमिंग यहां भी देख सकेंगे।
इसके अतिरिक्त दुनिया के जिस भी हिस्से में यह दिखाई देगा, वहां इसे टेलीस्कोप या खुली आंखों से भी देखा जा सकेगा। सूर्य ग्रहण की तरह चंद्र ग्रहण जैसी खगोलीय घटना को नंगी आंखों से देखने की मनाही नहीं है।