- एआईएनआईएम के चार विधायक आरजेडी में शामिल हुए
- बिहार में आरजेडी अब सबसे बड़ी पार्टी बन गई है
- आरजेडी के अब 80 विधायक हैं
बिहार में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। पांच में से चार विधायक आरजेडी में शामिल हो गए हैं। बिहार एआईएमआईएम के चार विधायक शाहनवाज, मोहम्मद अंजार नईमी, मुहम्मद इजहार असफी और सैयद रुकनुद्दीन आज राजद में शामिल हुए। पटना में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार एआईएमआईएम के पांच विधायकों में से चार आज हमारी पार्टी में शामिल हो गए हैं। हम उनका स्वागत करते हैं। अब हम बिहार विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी हैं।
अगर विधानसभा चुनाव नतीजों की बात करें तो आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी थी हालांकि सरकार बनाने से चूक गई। आरजेडी के कुल 75 विधायक चुन कर आए थे और बीजेपी के पास 74 विधायक थे।
एआईएमआईएम में टूट
वीआईपी के चार एमएलए के शामिल होने के बाद बीजेपी का आंकड़ा 78 पर पहुंच गया। लेकिन एआईएमआईएम के चार विधायकों के आरजेडी में शामिल होने के बाद आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। अब सवाल यह है कि क्या बिहार में सत्ता परिवर्तन की कोई संभावना बनेगी। अगर आरजेडी और जेडीयू के सदस्य संख्या को देखें तो सरकार बनाने के जादुई आंकड़े तक वो पहुंच सकते हैं। अब सवाल यह है कि क्या ऐसी कोई संभावना बन रही है। इसके बारे में जानकार कहते हैं कि राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है।
चुनाव के समय की तस्वीर
आरजेडी के सबसे अधिक 75, बीजेपी के 74, जेडीयू के 43, कांग्रेस 19, CPIMLL 11, AIMIM के 5, हम और वीआईपी के चार-तार विधायक चुनकर आए थे। CPM के तीन CPI 2 और एलजेपी, बीएसपी और निर्दलीय के एक-एक विधायक जीतने में कामयाब हुए। 2022 में बोचहां विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में आरजेडी ने जीत हासिल की थी और विधायकों की संख्या 76 हो गई। पिछले करीब दो साल में एलजेपी, बीएसपी और निर्दलीय के एक-एक विधायक जेडीयू में शामिल हो गए हैं। यानी अब विधानसभा में जेडीयू के 46 विधायक हो गए हैं