- हिमाचल प्रदेश में हुए उपचुनाव में कांग्रेस कोमिली थी जबरदस्त जीत
- राजस्थान में भी मिली थी कामयाबी
- पांच राज्यों में होने वाले चुनाव पर कांग्रेस की टिकी नजर
तीन लोकसभा और तीस विधानसभा उपचुनाव के नतीजों को कांग्रेस गंभीरता से ले रही है। आंध्रप्रदेश,असम,बिहार,हरियाणा,हिमाचल, कर्णाटक,मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र,मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, राजस्थान,तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और एक केंद्रशासित प्रदेश में उपचुनाव हुआ। इसे पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है। जहाँ एक तरफ हिमाचल, कर्णाटक,राजस्थान सहित कई राज्यों में कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन कर अपना खोया जनाधार पाने की बात कह रही है वही बिहार जैसे राज्य में गठबंधन के टूट से भारी नुकसान में भी रही।
लेकिन इसी जीत-हार को देखते हुए पार्टी आगे की दिशा तय करना चाहती है। कुछ महीने में उत्तप्रदेश सहित कई महत्वपूर्ण राज्य में विधानसभा चुनाव की घोषणा होनी है जिसके लिए कांग्रेस मुकम्मल तैयारी करना चाहती है। जिस बाबत आज कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने चुनावी राज्यों के महासचिव/प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखकर जीत-हार के कारणों को 8सवालों में जवाब के तौर आलाकमान तक पहुँचाने के लिए कहा है। वो इस प्रकार हैं--
- उपचुनाव क्यों हुआ?
- उम्मीदवारों का चयन
- चुनाव प्रचार और चुनाव रणनीति
- चुनावी परिणाम पर गठबंधन का असर
- चुनावी नतीजों पर दूसरी विपक्षी पार्टियों का असर
- कांग्रेस के चुनावी परिणामों की समीक्षा
- चुनावी नतीजों का उस राज्य की राजनीति पर असर
- चुनावी नतीजों का अगर कोई और कारण हो तो।
महासचिव को एक समयसीमा में कांग्रेस नेतृत्व तक अपने जवाब बंद लिफाफे में पहुँचाना है। जिसके बाद चुनावी राज्य में कांग्रेस अपनी आगे की रणनीति तैयार करेगी।