नयी दिल्ली: स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) से ठीक पहले माहौल खराब करने की नापाक कोशिशें भी सामने आ रही हैं हालांकि खुफिया तंत्र और पुलिस ऐसे मामलों से मुस्तैदी से निपट रही हैं और किसी भी साजिश को कामयाब ना होने देने के लिए प्रतिबद्ध है ऐसा ही मामला राजधानी दिल्ली में सामने आया है जहां स्वतंत्रता दिवस से पहले एक व्यक्ति द्वारा कई लोगों के मोबाइल पर कॉल कर भड़काऊ बातें करने के आरोप में दिल्ली पुलिस ने एक अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध देशद्रोह (Sedition Case) का मामला दर्ज किया है।
अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली और आसपास के राज्यों में स्थित कई लोगों ने शिकायत दर्ज कराई कि कोई उन्हें मोबाइल पर कॉल कर भड़काऊ बातें करता है।मोबाइल उपभोक्ताओं ने कॉल का कथित ऑडियो पुलिस के साथ साझा किया।पुलिस ने बताया कि कॉल करने वाला व्यक्ति भारत सरकार पर ‘हिंदू राष्ट्र’ बनाने का आरोप लगाता है और अल्पसंख्यक समुदाय से आग्रह करता है कि स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राष्ट्रीय ध्वज न फहराने दिया जाए।
कथित ऑडियो में कॉल करने वाला व्यक्ति अलग देश की मांग भी करता है।एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि इस मामले के संबंध में भारतीय दंड संहिता की धारा 124 ए तथा अन्य प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि कॉल करने वाले व्यक्ति का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
इस बार सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी
स्वतंत्रता दिवस और जन्माष्टमी को लेकर राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पुलिस किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।नई पुलिस लाइन में फायरिंग का प्रशिक्षण देकर पुलिसकर्मियों की तैयारियों को परखा जा रहा है। कमांडो अत्याधुनिक हथियारों से लैस होकर गश्त कर रहे हैं। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पिछले एक सप्ताह से पुलिस पूरी तरह से चौकस है। इलाके में गश्त तेज करने के अलावा वाहनों की सघन जांच की जा रही है। खास कर दिल्ली की सीमा पर वाहनों की जांच तेज कर दी गई है।
इसके लिए संबंधित थाने के पुलिसकर्मियों की अलग से ड्यूटी लगाई गई है। वहीं, इलाके के बड़े मंदिरों में सुरक्षा इंतजाम बढ़ाए जा रहे हैं। इसके लिए मंदिर के प्रबंधकों के साथ पुलिस अधिकारियों ने बैठक की है और मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर उसमें सुधार के उपाय किए जा रहे हैं।मंदिरों के बाहर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती के साथ प्रवेश द्वारों पर डोर मेटल डिटेक्टर को भी दुरुस्त करवाने का काम जारी है।
पीएम मोदी नहीं कर पायेंगे ये काम इस बार
देश को संबोधित करने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी आमतौर बच्चों से मिलते रहे हैं। वह लाल किले से निकलते वक्त अपनी गाड़ी से उतरकर तिरंगे के डिजाइन में बैठे बच्चों से मिलते रहे हैं। वह बच्चों के बीच जाकर फोटो खिंचवाते हैं और उनसे हाथ मिलाते हैं। लेकिन कोविड-19 के कारण इसबार के कार्यक्रम में बच्चे नहीं होंगे। इस बार स्कूली बच्चों को शामिल नहीं किया जाएगा। यही नहीं, कार्यक्रम में शामिल होने वाले मेहमानों की लिस्ट भी छोटी होगी। सीटिंग अरेंजमेंट भी अलग होगी और पुलिस के जवान पीपीई किट में होंगे। इस बार स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में मेहमानों की लिस्ट छोटी होगी। हर साल करीब 900-1000 लोगों को बुलाया जाता था लेकिन इसबार करीब 250 लोगों को न्योता दिया जाएगा और ये पीएम नरेंद्र मोदी के देश के नाम संबोधन के लिए मौजूद रहेंगे।