बिहार में जाति आधारित जनगणना पर सर्वदलीय बैठक 1 जून को पुनर्निर्धारित की गई है। इससे पहले इस मुद्दे पर 27 मई को बैठक बुलाने का निर्णय लिया गया था। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री कार्यालय में शाम 4 बजे बैठक होगी। इस मुद्दे पर अपने विचार साझा करने के लिए सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को बैठक में आमंत्रित किया गया है।
उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि बीजेपी 1 जून को होने वाली सर्वदलीय बैठक में भाग लेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा नेतृत्व बैठक के लिए पार्टी के प्रतिनिधि का नाम तय करेगा।
सर्वदलीय बैठक के बाद राज्य में अपने संसाधनों से जाति आधारित जनगणना कराने के प्रस्ताव पर कैबिनेट की मंजूरी मिलेगी। जाति आधारित जनगणना की मांग लंबे समय से लंबित है। इससे पहले, प्रस्ताव को राज्य विधानमंडल द्वारा दो बार पारित किया गया था। सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि सर्वदलीय बैठक की तारीख पर अंतिम निर्णय राजनीतिक दलों के नेताओं के परामर्श के बाद किया जाएगा। हालांकि ज्यादातर नेताओं ने इससे पहले 27 मई को सहमति जताई थी।
विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने नीतीश से मुलाकात की थी और राज्य में जाति आधारित जनगणना के मुद्दे पर बंद कमरे में बैठक की थी।
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