- केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने केरल सरकार से गर्भवति हथिनी की मौत पर रिपोर्ट तलब की है
- केरल सरकार ने एक समिति गठित करके मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं
- केरल सरकार ने मामले के तूल पकड़ने के बाद कहा है कि आरोपी बख्शे नहीं जाएंगे
तिरुवनंतपुरम/कोच्चि: केरल सरकार ने बुधवार को कहा कि पलक्कड जिले में पिछले माह एक गर्भवती हथिनी की निर्मम हत्या मामले की जांच वन्यजीव अपराध जांच दल करेगा। वहीं केन्द्र सरकार ने इस पर गंभीर रुख अपनाते हुए राज्य से रिपोर्ट मांगी है।
हथिनी ने साइलेंट वैली जंगल में पटाखों से भरा एक अनानास खा लिया था जो उसके मुंह में फट गया और करीब एक सप्ताह के बाद उसकी मौत हो गई। घटना के बाद लोगों में रोष फैल गया और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि पलक्कड जिले के मन्नारकड़ वन मंडल में हथिनी की मौत मामले में प्रारंभिक जांच शुरू कर दी गई है और पुलिस को घटना के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि वन्यजीव अपराध जांच दल को जांच के लिए घटनास्थल रवाना किया गया है। इस बीच केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने घटना पर गंभीर रुख अपनाते हुए कहा कि केन्द्र ने इस पर पूरी रिपोर्ट मांगी है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, 'हमने घटना पर पूरी रिपोर्ट मांगी है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।'
हथिनी की वेल्लियार नदी में 27 मई को मौत हो गई थी। इससे पहले वन्यकर्मियों से उसे नदी से बाहर लाने की बहुत कोशिश की थी मगर उन्हें इसमें कामयाबी नहीं मिली। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि वह गर्भवती थी। उसके जबड़े टूटे हुए थे।
उद्योगपति रतन टाटा ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए गर्भवती हथिनी की हत्या को 'सोचीसमझी हत्या' करार दिया और पशु के लिए न्याय की मांग की। उन्होंने ट्वीट किया, 'मैं यह जान कर सदमे में हूं और दुखी हूं कि कुछ लोगों ने निर्दोष,गर्भवती हथिनी को पटाखों से भरा अनानास खिला दिया जिससे उसकी मौत हो गई। निर्दोष पशुओं के खिलाफ ऐसे आपराधिक कृत्य किसी मनुष्य की सोची समझी हत्या के काम से किसी भी तरह अलग नहीं है।'
घटना के बाद बॉलीवुड कलाकार अनुष्का शर्मा, श्रद्धा कपूर, रणदीप हुड्डा आदि ने पशुओं के खिलाफ इस प्रकार की क्रूरता के खिलाफ कठोर कदम उठाने की मांग की है। इसबीच एक शीर्ष वन अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा कि अप्रैल में कोल्लम जिले के पुनालूर मंडल के पथनापुरम वन क्षेत्र में इसी प्रकार की घटना हो चुकी है।