- हेल्थ एटीएम से लैस होगा यूपी का हर सीएचसी, पीएचसी
- लोगों को स्वस्थ रखने के लिए सरकार ने लिया फैसला
- शहर के साथ गांव और कस्बों में भी मिलेगी हेल्थ एटीएम की सुविधा
लखनऊ: प्रदेश के हर सीएचसी और पीएचसी हेल्थ एटीएम की सुविधा से लैस होंगे। राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी सीएचसी और पीएचसी में हेल्थ एटीएम लगाने जा रही है। लोग इन मशीनों के जरिये खुद अपने स्वास्थ्य की जांच कर सकेंगे। ब्लड प्रेशर, पल्स रेट, टेंप्रेचर और आक्सीजन के साथ शरीर से जुड़ी तमाम चीजों की जांच मुफ्त में हो सकेगी।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग को एक व्यावहारिक कार्य योजना तैयार करने और 'हेल्थ एटीएम' स्थापित करने का निर्देश दिया गया है। उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में एक चिकित्सा परिचारक द्वारा कर्मचारी, बुनियादी महत्वपूर्ण, कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, फुफ्फुसीय टेस्ट, स्त्री रोग, बुनियादी प्रयोगशाला टेस्ट और आपातकालीन सुविधाओं के लिए एकीकृत चिकित्सा उपकरणों के साथ वॉक-इन मेडिकल कियोस्क लगाए जाएंगे।
मशीनों के जरिए जांच की सुविधा
प्रदेश सरकार ने लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए राज्य सरकार ने यह बड़ा फैसला लिया है। सीएम योगी की पहल पर शुरू हो रही इस योजना का सबसे ज्यादा लाभ ग्रामीण और कस्बों में रहने वाले लोगों को मिलने जा रहा है। इन अत्याधुनिक मशीनों के जरिये लोग बॉडी मास इंडेक्स, ब्लड प्रेशर, मेटाबॉलिक ऐज, बॉडी फैट, हाईड्रेशन, पल्स रेट, हाइट, मसल मास, शरीर का तापमान, शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा और वजन सहित कुल 59 तरह की स्वास्थ्य जांच कर सकेंगे। विशेषज्ञों के मुताबिकि डॉक्टर डेली कंसलटेंसी के माध्यम से सीधे हेल्थ एटीएम से जुड़े होंगे।
हेल्थ एटीएम में ओपीडी जैसी सुविधा मिलेगी
जांच कराने वाले लोगों को चिकित्सक सलाह भी देंगे। हेल्थ एटीएम में ओपीडी जैसी सुविधा मिलेगी। बीमारी के हिसाब से डाइट चार्ट, मेंटल स्ट्रेस कम करने के तरीके भी चिकित्सक रिपोर्ट के आधार बताएंगे। हेल्थ एटीएम मशीनों के लग जाने से लोगों को जहां जांच की सुविधा मिलेगी वहीं अपने स्वास्थ्य के प्रति उनमें जागरूकता भी बढ़ेगी। कोरोना जैसी महामारी के दौर में योगी सरकार के इस कदम को लोगों के लिए बेहद फायदेमंद माना जा रहा है। हेल्थ एटीएम मशीनों को एटीएम की तर्ज पर सार्वजनिक स्थानों पर लगाया जाएगा। हेल्थ एटीएम की देखरेख और बेहतर संचालन के लिए तकनीशियनों की तैनाती की जाएगी।
हेल्थ एटीएम में होगी सेहत से जुड़ी 59 तरह की जांच
हेल्थ एटीएम अगली पीढ़ी का हेल्थकेयर डिलीवरी प्लेटफॉर्म है । तत्काल इलाज के लिए यह टेलीकंसल्टेशन और डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड को तकनीक के माध्यम से जोड़ती है। हेल्थ एटीएम के जरिये बॉडी मास इंडेक्स, ब्लड प्रेशर, मेटाबॉलिक ऐज, बॉडी फैट, हाईड्रेशन, पल्स रेट, हाइट, मसल मास, शरीर का तापमान, शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा, वजन सहित कुल 59 पैरामीटर की जांच कर सकते हैं। तत्काल बॉडी स्क्रीनिंग के लिए 16 पैरामीटर की जांच हो सकेगी। लाइफ स्टाइल से जुड़ी जांच जैसे ग्लूकोज, हीमोग्लोबिन, लिपिड प्रोफाइल आदि की भी जांच की जा सकेगी। कई तरह के रैपिड टेस्ट, यूरिन टेस्ट, गर्भावस्था, डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड, एचआईवी के साथ ही 12 लीड ईसीजी, डिजिटल स्टेथोस्कोप, डर्मास्कोप, ओटोस्कोप जैसे टेस्ट भी किए जाएंगे
प्रशिक्षण के बाद तकनीशियनों को तैनात किया जाएगा। राज्य सरकार इस योजना के जरिये जहां एक तरफ बेहतर स्वास्थ्य पर काम कर रही हैं वहीं दूसरी ओर तकनीशियनों की तैनाती से रोजगार की एक नई राह भी खोलने जा रही है। सीएम योगी ने अफसरों को इसके लिए कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। कई औद्योगिक समूहों ने 'हेल्थ एटीएम' उपलब्ध कराने की इच्छा सरकार से जताई है। सीएम योगी ने ऐसे सभी लोगों से संपर्क कर इस अभियान में सहयोग लेने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए हैं कि एटीएम स्थापित करने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए तकनीशियनों का प्रशिक्षण जल्द से जल्द पूरा किया जाए। राज्य सरकार राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों, गांवों और ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए अभिनव उपाय कर रही है। स्वास्थ्य एटीएम नागरिकों को त्वरित और सुविधाजनक निवारक स्वास्थ्य जांच प्रदान करेंगे और सरकार को जमीनी स्तर पर सुलभ चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने में सक्षम बनाने में मदद करेंगे।
स्वास्थ्य एटीएम के माध्यम से, परिचारक उच्च परिभाषा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, डिजिटल चिकित्सा उपकरणों और वेब / मोबाइल एप्लिकेशन का उपयोग करके रोगियों को प्रमाणित डॉक्टरों से भी जोड़ेंगे। टेस्ट कराने वाले लोगों को चिकित्सकीय सलाह भी दी जाएगी। हेल्थ एटीएम और डाइट चार्ट में ओपीडी जैसी सुविधाएं बीमारी के हिसाब से मिलेंगी और मानसिक तनाव कम करने के उपाय भी मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर बताए जाएंगे।