- छत्तीसगढ़ से जो विधायक दिल्ली पहुंचे हैं, उन्हें सीएम बघेल का करीबी बताया जा रहा है
- ये विधायक संदेश देना चाहते हैं कि मौजूदा सीएम बघेल ही उनके लिए सबसे अच्छा चेहरा हैं
- ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले पर सीएम बघेल और टीएस सिंहदेव के बीछ छिड़ा है विवाद
छतीसगढ़ कांग्रेस के 15-16 विधायक बुधवार रात दिल्ली पहुंच चुके हैं। खबर है कि ये सभी विधायक सीएम भूपेश बघेल के समर्थन में राहुल गांधी से मुलाकात करना चाहते हैं। भूपेश बघेल के करीबी माने जाने वाले विधायक और आदिवासी नेता बृहस्पत सिंह भी दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। सिंह का कहना है कि सभी विधायक राज्य के प्रभारी पीएल पुनिया से मुलाकात करने के बाद राहुल गांधी से भी मिलना चाहेंगे।
सीएम बघेल के करीबी बताए जा रहे हैं ये विधायक
छतीसगढ़ कांग्रेस के विधायक दिल्ली पहुंचकर ये दावा कर रहे है कि वो राहुल गांधी को अपनी-अपनी विधानसभा में आमंत्रित करने के लिए आये हैं। लेकिन इसके उलट सूत्र ये बता रहे हैं कि ज्यादातर विधायक जो दिल्ली पहुंचे हैं वो आदिवासी, दलित और बंजारे समाज से हैं और वो आलाकमान को सन्देश देना चाहते हैं कि मौजूदा सीएम भूपेश बघेल ही उनके लिए सबसे अच्छा चेहरा हैं और नेतृत्व परिवर्तन नहीं होना चाहिए।
बृहस्पत सिंह ने सिंहदेव पर कसा तंज
दिल्ली पहुंचने वाले कांग्रेस के विधायकों में सबसे बड़ा चेहरा बृहस्पत सिंह हैं जिन्होंने टीएस सिंहदेव पर हमला करवाने का आरोप लगाया था। बृहस्पत ने टीएस सिंहदेव पर तंज कसते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में बीजेपी ने 'ग्वालियर राजा' को बरगला दिया था वैसा 'सरगुजा महाराज' नहीं करेंगे। सिंह ने कहा कि वो बहुत विद्वान हैं और पार्टी से जुड़े हुए हैं। बृहस्पत सिंह का ये तंज पंजाब कांग्रेस में मचे घमासान के संदर्भ में बड़ा हो जाता है जब मनचाहा पद ने मिलने पर नेता पार्टी का साथ छोड़ रहे हैं।
60 विधायक चाहते हैं कि बघेल बने रहें सीएम
छतीसगढ़ में कांग्रेस ने 2018 में सत्ता में वापसी की और भूपेश बघेल को सीएम बनाया गया। उसके बाद सरकार के ढाई साल पूरा होते ही सरगुजा से आने वाले टीएस सिंहदेव को सीएम बनाने को लेकर चर्चा होने लगी। कई बार छत्तीसगढ़ के बड़े कांग्रेस नेता टीएस सिंहदेव के सीएम न बनाए जाने पर नाराजगी की भी खबर आई। इस घमासान के बीच कांग्रेस के 70 में से 60 विधायक भूपेश बघेल के समर्थन में राहुल गांधी को पत्र पहले ही सौंप चुके हैं। छतीसगढ़ कांग्रेस के सूत्र ये भी बता रहे है कि बार-बार नेतृत्व परिवर्तन की खबरों से जनता उनके काम के बारे में कम और सीएम बदलने की बात पर ज्यादा सवाल करते हैं। राहुल गांधी से मिलकर वो ये भी कहना चाहते हैं कि इस तरह की बयानबाजी पर लगाम लगे।
फिलहाल इस वक़्त दिल्ली में कांग्रेस के जो विधायक दिल्ली में मौजूद हैं उनमें से रामकुमार, यूडी मिंज, पुरुषोत्तम कंवर, मोहित केरकेट्टा, चन्द्रदेव राय, गुलाब कमरो के नाम सामने आए हैं।