- धार्मिक झंडे को हटाने को लेकर दो गुट में विवाद शुरू हुआ।
- परंपरा के अनुसार अचलपुर के मुख्य द्वार पर खिड़की गेट और दूल्हा गेट के ऊपर विभिन्न धर्मों के झंडे लगाते हैं।
- इस महीने नववर्ष और राम नवमी के मौके पर देश के कई राज्यों में जुलूस निकालने के दौरान हिंसक झड़पें हुई हैं।
Maharastra News: दिल्ली के जहांगीरपुरी में साम्प्रदायिक हिंसा का मामला अभी थमा नही है कि महाराष्ट्र से भी दो समुदाय के बीच टकराव की खबरें आ रही हैं। मामला अमरावती जिले के अचलपुर शहर का है। जहां पर धार्मिक झंडे हटाने को लेकर दो समुदायों के सदस्यों के बीच झड़प हो गई, जिसके बाद कर्फ्यू लगा दिया गया है। और 22 लोगों को अब तक हिरासत में ले लिया गया है।
झंडे को लेकर 2 गुटों के बीच टकराव
मिली जानकारी के अनुसार धार्मिक झंडे को हटाने को लेकर दो गुट में विवाद शुरू हुआ। उसके बाद दोनों गुटों के लोगों ने एक दूसरे पर पथराव किया । जिसके बाद उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शशिकांत सातव ने बताया कि रविवार आधी रात को हुई इस घटना के बाद दोनों समूहों के 22 लोगों को हिरासत में लिया गया है और अब स्थिति नियंत्रण में है। हालांकि इस झड़प में कितने लोग घायल हुए हैं, उसकी कोई सटीक जानकारी अभी उपलब्ध नहीं है।
क्या है परंपरा
पुलिस के मुताबिक, स्थानीय निवासी हर साल त्योहारों के दौरान अमरावती जिला मुख्यालय से 48 किलोमीटर दूर अचलपुर के मुख्य द्वार पर खिड़की गेट और दूल्हा गेट के ऊपर विभिन्न धर्मों के झंडे लगाते हैं। एक पुलिस निरीक्षक ने कहा, ''रविवार आधी रात को, कुछ असामाजिक तत्वों ने धार्मिक झंडे हटा दिये, जिसके बाद कहा-सुनी हो गई, जो देखते ही देखते पथराव में बदल गई। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे।'' हालांकि, एसआरपीएफ (राज्य रिजर्व पुलिस बल) और स्थानीय पुलिस द्वारा जल्द कार्रवाई करने से स्थिति काबू में आ गई।
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कई राज्यों में हिंसा की घटनाएं
इस महीने नववर्ष और राम नवमी के मौके पर देश के कई राज्यों में जुलूस निकालने के दौरान हिंसक झड़पें हुई हैं। इसके तहत गुजरात, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, राजस्थान में साम्प्रदायिक हिंसा हुई। उसके बाद दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती के मौके पर जुलूस यात्रा के दौरान हिंसा हुई। और अब महाराष्ट्र में ऐसे मामले सामने आए हैं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)