- नौ साल पहले कांग्रेस का चिंतन शिविर राजस्थान में आयोजित किया गया था।
- चिंतन शिविर में कई प्रस्ताव पास किए जायेंगे।
- सोनिया गांधी ने वरिष्ठ नेताओं की छह कमिटी बनाई हैँ, जिसका काम शिविर से पहले सभी विषयों पर प्रस्ताव तैयार करना होगा।
Congress News: 5 विधानसभा चुनावो में मिली कांग्रेस को करारी हार के बाद एक तरफ जहां कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी में पांचों राज्यों के अध्यक्ष का इस्तीफा ले लिया है। वही वर्किंग कमेटी की बैठक कर चिंतन शिविर करने की भी घोषणा कर दी थी।वर्किंग कमेटी में हुए फैसले के बाद आखिरकार कांग्रेस ने चिंतन शिविर करने की घोषणा कर दी।
राजस्थान के उदयपुर में 13 से 15 मई तक कांग्रेस का चिंतन शिविर होगा। जिसमें वर्किंग कमेटी के सदस्य, सांसद, राज्यों के प्रभारी और महासचिव,सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष,विधायक दल के नेता और वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। बताया जा रहा हैँ की लगभग 400नेता चिंतन शिविर में शामिल होंगे।
कांग्रेस ने चिंतन शिविर के दौरान पेपर तैयार करने और चर्चा का नेतृत्व करने के लिए 6 समन्वय पैनल का गठन किया,गुलाम नबी आजाद, शशि थरूर, मनीष तिवारी, आनंद शर्मा जैसे G23 नेताओं को भी इन पैनल में शामिल किया गया है।
तीन दिन तक चलने वाले इस शिविर में नेताओं और कार्यकर्ताओं से हार के कारण जानने की कोशिश की जाएगी। साथ ही कांग्रेस गुजरात, हिमाचल प्रदेश के साथ ही अगले साल होने वाले कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश जैसे राज्यों के विधानसभा चुनावों को लेकर रणनीति बनाएगी। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के मुकाबले के लिए गठबंधन की नई सियासत शुरू करने पर भी चर्चा हो सकेगी।
नौ साल बाद फिर राजस्थान में चिंतन शिविर
खास बात ये है कि नौ साल पहले भी कांग्रेस का चिंतन शिविर राजस्थान में आयोजित किया गया था। इसी तरह का चिंतन शिविर साल 2013 में जयपुर हुआ था। उस समय शिविर में 2014 के लोकसभा चुनाव में जाने की तैयारियों और रणनीति को लेकर चर्चा की गई थी। तब राहुल गांधी को पार्टी का उपाध्यक्ष भी बनाया गया था। उस वक्त भी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही थे।
चिंतन शिविर में छह प्रस्ताव रखे जायेंगे
चिंतन शिविर में कई प्रस्ताव पास किए जायेंगे। .जिसमें राजनीतिक से लेकर इस समय देश में चल रहे विभिन्न विषयों को भी शामिल किया गया हैँ। जिसके लिए सोनिया गांधी ने वरिष्ठ नेताओं की छह कमिटी बनाई हैँ, जिनका काम शिविर से पहले सभी विषयों पर प्रस्ताव तैयार करना होगा। जिसे चिंतन शिविर के दौरान चर्चा के लिए पेश किया जाएगा।
ये विषय इस प्रकार हैँ
*खेती -किसानी प्रस्ताव
*राजनीतिक प्रस्ताव
*आर्थिक प्रस्ताव
*सोशल एंपावरमेंट प्रस्ताव
* संगठनात्मक प्रस्ताव
*यूथ एंड एंपावरमेंट प्रस्ताव
केसीआर से मिले PK,कई कांग्रेस नेता नाराज, प्रोफेशनलिज्म से कहीं हो न जाएगा नुकसान !