- राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस के तीन दिवसीय चिंतन शिविर का समापन
- पार्टी में युवाओं की भूमिका बढ़ाने पर लिया गया फैसला
- राहुल गांधी को एक बार फिर से कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की उठी मांग
Congress Chintan Shivir: उदयपुर में हुए कांग्रेस के चिंतन शिविर का सबसे बड़ा संदेश पार्टी का युवाओं पर फोकस का रहा। देश के युवाओं को लुभाने के लिए कांग्रेस ने युवाओं के लिए 50 %आरक्षण लागू करने का फैसला किया है। महत्वपूर्ण बात ये है कि उदयपुर घोषणापत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव से 50 वर्ष से कम उम्र के लोगों के लिए आरक्षण लागू करेगी। बात यही खत्म नहीं हुई पार्टी संगठन में 50 % पद युवाओं को दिया जाएगा। मतलब आरक्षण टिकट वितरण के साथ-साथ संगठन में भी लागू होगा।
राहुल गांधी का विजन
युवा मामलों की समिति के प्रस्ताव को चिंतन शिविर ने पूरी तरह अपना लिया है। सूत्रों के मुताबिक इसके पीछे राहुल गांधी का विजन बताया जा रहा है। आज चिंतन शिविर के आखरी दिन अपने भाषण में भी राहुल युवाओं को लेकर अपनी सोच साफ कर दी। विधानसभा, संसदीय और अन्य स्थानीय निकाय चुनावों में राहुल का ये फॉर्मूला लागू होगा। हालांकि इसके लिए तय आयु सीमा 50 वर्ष ही मानी जायेगी।
कांग्रेस में लंबे अरसे से पुराने गार्ड और युवा गार्ड के बीच पदों और संगठनात्मक जिम्मेदारी को लेकर तीखी बहस चल रही है। कई अवसरों पर पुरानी पीढ़ी के नेताओं की सार्वजनिक आलोचना टीम राहुल या नई पीढ़ी के नेताओं ने की है। ऐसे में युवाओं को 50% का आरक्षण पुरानी पीढ़ी को असहज और असुरक्षित बना सकता है।
समापन भाषण में आई युवाओं की बात
युवाओं को लेकर कांग्रेस का ये उदयपुर डिक्लेरेशन ऐसे समय में आया है जब राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि जिला और ब्लॉक स्तर पर पार्टी का नेतृत्व अधिक से अधिक युवाओं को करना चाहिए, जिनमें भाजपा के विभाजनकारी एजेंडे से लड़ने की आग है। सोनिया गांधी ने इसे पुराने और नए तक पहुंचने के लिए एक बिंदु बना दिया है। अपने समापन भाषण में उन्होंने कहा कि गांधी जयंती से शुरू होने वाले भारत जोड़ो अभियान में उनके जैसे युवाओं और बुजुर्गों को भाग लेना चाहिए।