कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के संविधान को फिर से लिखे जाने के सुझाव पर उनकी आलोचना की है और कहा कि उन्होंने अपने पद की शपथ का उल्लंघन किया है। राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा ने कहा कि 'नए संविधान' का सुझाव उन लोगों के लिए एक जाल है जो 'भारत के संवैधानिक लोकतंत्र को खत्म करने' की साजिश रच रहे हैं, जो सभी के लिए न्यायसंगत अधिकार प्रदान करता है।
शर्मा ने एक ट्वीट में कहा कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के संविधान के पुनर्लेखन के आह्वान से पूरी तरह असहमत हूं, ये अस्वीकार्य है। यह उन लोगों का जाल है जो भारत के संवैधानिक लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश रच रहे हैं, जिसने सभी के लिए न्यायसंगत अधिकारों की गारंटी दी थी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने संविधान को बनाए रखने की शपथ ली है और उनकी टिप्पणी चिंता का विषय है। पीएम, केंद्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों और सांसदों ने संविधान को कायम रखने की शपथ ली है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने अपने पद की शपथ का उल्लंघन किया है, जो चिंता का विषय है।
के चंद्रशेखर राव ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि समय आ गया है कि भारत में संविधान को फिर से लिखने की जरूरत है। केंद्रीय बजट पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि हमें अपने संविधान को फिर से लिखना होगा। नई सोच, नया संविधान लाया जाना चाहिए। संविधान को मजबूत करने की जरूरत है।
राव ने यह भी कहा कि दुनिया के कई देशों ने भी अपने संविधान में बदलाव किए हैं। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने भी राव की टिप्पणी के लिए उनकी आलोचना की। तेलंगाना बीजेपी ने भी मुख्यमंत्री की टिप्पणी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
केंद्र से बीजेपी को हटा कर बंगाल की खाड़ी में फेंक देना चाहिए- के चंद्रशेखर राव