उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हो रही है और इस बीच कांग्रेस ने दिल्ली में अहम बैठक बुला ली है। राहुल गांधी के आवास पर पांच राज्यों में हुई वोटिंग को लेकर महत्वपूर्ण बैठक हुई। राहुल गांधी के आवास पर हुई इस बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, यूपी महासचिव प्रियंका गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल शामिल थे। बैठक में पांच राज्यों में हुई वोटिंग और उत्तर प्रदेश में बचे 2 चरणों के चुनाव की तैयारी पर चर्चा की गई।
सूत्रों के मुताबिक बैठक में 10 मार्च को होने वाली मतगणना को लेकर भी रणनीति बनाई गई। संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल को निर्देश दिया गया है कि वो चुनावी प्रदेश के महासचिव और प्रभारी के साथ मंत्रणा कर मतगणना की पूरी तैयारी कर लें। प्रदेश के कार्यकर्ताओं को कहा गया है कि वो काउंटिंग सेंटर पर बराबर नजर बनाए रखें। वहीं अलग-अलग राज्यों के वरिष्ठ नेताओं को भी चुनावी राज्य में निरीक्षण के लिए लगाया जाएगा।
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2017 में गोवा में सबको उम्मीद थी कि सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी कांग्रेस 3 सीटें जीतने वाली गोवा फॉरवर्ड पार्टी और अन्य छोटे दलों की मदद से वहां सरकार बना पाएगी लेकिन चुनाव से पहले या बाद में कांग्रेस और गोवा फॉरवर्ड पार्टी के बीच औपचारिक गठबंधन नहीं हो पाया था। इधर बीजेपी ने नाटकीय उठा-पटक के बाद एमजीपी, जीएफपी और दो निर्दलीय विधायकों की मदद से 21 के बहुमत का आंकड़ा पाया और गोवा में सरकार बनाई।
यही कारण है कि इस बार कांग्रेस कोई चूक नही करना चाहती। गोवा सहित सभी राज्यों में मतगणना वाले दिन कांग्रेस अपने प्रदेश महासचिव और प्रभारी को राज्य में ही रहने का निर्देश दिया है ताकि चुनाव में नतीजे की पल-पल की जानकारी नेतृत्व तक पहुंचाई जा सके।
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बैठक के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आज केसी वेणुगोपाल, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और अशोक गहलोत के साथ बैठक की। पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों पर विस्तृत चर्चा की गई। 10 मार्च को घोषित होने वाले परिणामों के संबंध में रणनीति पर भी चर्चा की गई। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि 5 राज्यों में चुनाव और आगे के रास्ते पर विस्तृत चर्चा की गई। वर्तमान सरकार द्वारा संविधान और लोकतंत्र की चुनौतियां खतरे में हैं। कांग्रेस आज एकमात्र विपक्षी पार्टी है, लोगों को उम्मीदें हैं। यह देखना हमारा कर्तव्य है कि हम पार्टी में क्या योगदान दे सकते हैं।
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