- कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर नेताओं की बयानबाजी और सियासत का सिलसिला जारी
- बिहार कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा बोले- पहले पीएम मोदी लगाएं वैक्सीन का डोज
- इससे पहले सपा नेता अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने भी वैक्सीन पर जताया था संदेह
पटना: कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर देश में खूब राजनीतिक बयानबाजी हो रही है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव, कांग्रेस नेता राशिद अल्वी के बाद बिहार कांग्रेस के विधायक अजीत शर्मा ने एक सरकार से एक नई मांग कर डाली है। भागलपुर से कांग्रेस विधायक और राज्य विधानसभा में पार्टी के विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने मांग की है कि पीएम मोदी को कोरोना वैक्सीन का पहला टीका लगवाना चाहिए जिससे लोगों के बीच इस वैक्सीन को लेकर विश्वास बढ़ेगा।
कांग्रेस को श्रेय
अजीत शर्मा ने कहा कि जैसे अमेरिका तथा रूस के राष्ट्रपतियों ने खुद को पहला टीका लगवाया था, उसी तरह पीएम मोदी को भी कोरोना वैक्सीन का पहला टीका लगवाना चाहिए ताकि जनता के बीच इसे लेकर विश्वास बढ़े। कांग्रेस को वैक्सीन का श्रेय देते हुए अजीत शर्मा ने कहा कि जिन दो कंपनियों की वैक्सीन को इजाजत मिली है उन्हें कांग्रेस शासनकाल के द्वारा स्थापित किया गया था।
दिग्गी के विधायक भाई ने किया ट्वीट
वहीं मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के भाई और चाचौड़ा से कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने भी इसी तरह की मांग करते हुए ट्वीट कर कहा, 'कोविड वैक्सीन को लेकर कई भ्रांतिया हैं।अच्छा होगा प्रधानमंत्री और सभी मुख्यमंत्री, मंत्री,वरिष्ठ अधिकारी पहले लगवा लें। सब ठीक होगा तो जनता भी लगवा लेगी।'
नेताओं ने उठाए सवाल
आपको बता दें कि देश में दो वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिल चुकी है जिसमें सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन शामिल है। मंजूरी मिलने के बाद से ही बयानबाजी भी जारी है। सपा नेता अखिलेश यादव ने इसे बीजेपी की वैक्सीन बताकर वैक्सीन लेने से इनकार कर दिया वहीं आनंद शर्मा, शशि थरूर और जयराम रमेश सहित कांग्रेस के कुछ नेताओं ने सीमित उपयोग के लिए भारत बायोटेक के कोविड-19 टीके को दी गई मंजूरी को लेकर सवाल उठाए हैं।