- राजस्थान में सत्ता का संघर्ष शुरू हो चुका है। क्या फिर गिरेगी कांग्रेस सरकार?
- अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सबकुछठ सही न होने की खबर
- मुख्यमंत्री गहलोत ने बीजेपी पर विधायक खरीद सरकार गिराने का आरोप लगाया है
नई दिल्ली: राजस्थान में कांग्रेस की सरकार पर खतरा मंडराने लगा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच अनबन की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। गहलोत पहले ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर सरकार गिराने का आरोप लगा चुके हैं। अब सामने आ रहा है कि सचिन पायलट कैंप के लगभग 22 विधायक गुरुग्राम में हैं।
IANS के अनुसार, सचिन पायलट भी दिल्ली में हैं और उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने का समय मांगा है। सूत्रों के अनुसार, पायलट खेमे के सदस्य माने जाने वाले विधायक पीआर मीणा ने राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार द्वारा उनसे किए जाने वाले सौतेले व्यवहार से सोनिया गांधी को अवगत कराने के लिए उनसे मिलने की मांग की थी।
इसी बीच मुख्यमंत्री गहलोत ने शनिवार देर रात जयपुर में अपने आधिकारिक आवास पर अपने मंत्रियों की बैठक बुलाई और सभी पार्टी विधायकों को उन्हें समर्थन पत्र देने को कहा। इस कार्य के लिए वरिष्ठ मंत्रियों को चुना गया है। हालांकि पायलट खेमे के मंत्री इस बैठक में शामिल नहीं हुए।
'राजस्थान सरकार स्थिर रहेगी'
इससे पहले शनिवार को गहलोत ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता उनकी सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि सरकार स्थिर है, स्थिर रहेगी और पांच साल चलेगी। गहलोत ने कहा कि भाजपा के स्थानीय नेता अपने केंद्रीय नेतृत्व के इशारे पर राजस्थान में सरकार को अस्थिर करने का षडयंत्र रच रहे हैं। राजस्थान के सीएम ने कहा, 'कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ने के लिए मैंने सबको साथ लेकर चलने की कोशिश की। परंतु भाजपा के नेताओं ने मानवता और इंसानियत की सारी हदें तोड़ दी हैं। एक तरफ तो हम जीवन और आजीविका बचाने में लगे हैं तो दूसरी ओर ये लोग सरकार गिराने में लगे हैं।'
विधायकों का सौदा कर रही बीजेपीछ: गहलोत
मुख्यमंत्री ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां, नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ का नाम लिया। उन्होंने कहा कि सरकार को गिराने के लिए हर विधायक का सौदा 25 करोड़ में किया जा रहा है। 10 करोड़ एडवांस में देने का वचन है तो 15 करोड़ सरकार के गिरने के बाद देने का वादा किया गया है। गहलोत से जब पायलट को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि सीएम कौन नहीं बनना चाहता। जहां तक हमारे पक्ष की बात है, हमारे यहां 5 से 7 लोग योग्य और समर्थ हैं लेकिन सीएम तो कोई एक ही बन सकता है। जब एक शख्स सीएम बन जाता है तो दूसरे लोग शांत हो जाते हैं।