- कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी पर कसा तंज, भतीजा के लिए भाइयों का ले सकती है समर्थन
- दाऊद, लश्कर और जैश को वोट के लिए बना सकती हैं दोस्त
- ममता बनर्जी की नीतियों से उनके अपने लोग नाराज
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में विधानसभा का चुनाव अगले वर्ष होना है। लेकिन उससे पहले सियासत गरमा गई है। ममता बनर्जी सरकार पर दोहरा हमला हो रहा है। एक तरफ बीजेपी ने अपने कार्यकर्ता की हत्या के विरोध में मंगलवार को 12 घंटे के बंद का ऐलान किया है तो दूसरी तरफ कांग्रेस भी ममता बनर्जी सरकार पर हमलावर है।
ममता बनर्जी पर 'अधीर' वार
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने उत्तर दिनाजपुर की रैली में टीएमसी के शुवेंदु अधिकारी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि भतीजे को बचाने के लिए दीदी को भाइयों की जरूरत पड़ चुकी है। उन्होंने शुवेंदु दा के साथ पहले बेरुखी की और अब बिमल दा के साथ वही कुछ किया। ऐसा लग रहा है कि दीदी, दाऊद, लश्कर-ए-तैयबा और जैश को अपनी तरफ मिलाना चाहती हैं। दीदी के लिए वोट के अलावा कुछ भी माएने नहीं रखता।
ममता सरकार सभी मोर्चों पर नाकाम
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि अगर आप ममता सरकार की कार्यप्रणाली को देखें तो एक बात साफ है कि वो समाज के एक वर्ग के लिए काम करती हैं और उसका असर यह हो रहा है कि सांप्रदायिक तनाव बढ़ रहा है। ममता बनर्जी की नीतियों की वजह से बीजेपी समाज में नफरत का जहर घोल रही है। पश्चिम बंगाल में इस समय राजनीतिक हत्याओं का दौर सा है। कानून व्यवस्था लचर है, कोरोना की वजह से आम लोगों के स्वास्थ्य का ख्याल नहीं किया जा रहा है। पश्चिम बंगाल में आर्थिक गतिविधि पूरी तरह से ठप है।