नई दिल्ली: कोरोना संकट के बीच पीएम मोदी 10 बजे राष्ट्र के नाम संबोधन देने जा रहे हैं इससे करीब 3 घंटे पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राष्ट्र को संदेश जारी किया है, उन्होंने देश के नाम वीडियो संदेश जारी कर अपनी बात कही है, सोनिया गांधी ने कोरोना संकट से लड़ने में मददगार सभी लोगों का आभार जताते हुए उनकी हौसला आफजाई की है।
उन्होंने इसमें कहा है कि कोरोना संकट में डॉक्टर्स, सफाईकर्मियों, पुलिस सहित सरकारी अधिकारियों के डटे रहने से बड़ी "देशभक्ति" कोई नहीं है। हम एकता, अनुशासन और आत्मबल के भाव से कोरोना को परास्त करेंगे। धैर्य एवं संयम के लिए देशवासियों का धन्यवाद।
सोनिया गांधी ने कहा कि हमारे लिए व्यक्तिगत सुरक्षा का अभाव होने के बाद भी इस लड़ाई को जीतने के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं। हमारे डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मचारी और समाजसेवी संगठन व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों की कमी होने के बावजूद इलाज कर रहे हैं...
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि कोरोना वायारस के संकट को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के तहत आने वाले लाभार्थियों को सितंबर महीने तक प्रति व्यक्ति 10 किलोग्राम अनाज (मासिक) उपलब्ध कराया जाए और मुश्किल में घिरे उन लोगों को भी यह राहत प्रदान की जाए जिनके पास राशन कार्ड नहीं है।
सोनिया ने पीएम मोदी को लिखा पत्र
प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में सोनिया ने यह भी कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ युद्ध की इस घड़ी में सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी नागरिक के समक्ष भूखमरी का संकट पैदा नहीं हो।उन्होंने कहा, 'लॉकडाउन के कारण देश में लाखों गरीब लोग गंभीर खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे हैं। यह बहुत दुखद है क्योंकि देश के पास विशाल अन्न भंडार है।'
कांग्रेस अध्यक्ष ने सुझाव दिया, 'खाद्य सुरक्षा कानून के लाभार्थियों को प्रति व्यक्ति 10 किलोग्राम अनाज (हर महीने) की सुविधा तीन महीने के लिए और (सितंबर तक) बढ़ा देनी चाहिए।' 'उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए लोगों को अनाज मुफ्त में मुहैया कराया जाना चाहिए।