- कांग्रेस और उसके नेताओं के साथ आतंकियों जैसा सलूक कर रही सरकार- सिंघवी
- रमेश बोले- यह नहीं है लोकतांत्रिक तरीका, "विनाश काले, विपरीत बुद्धि"
- असल मुद्दों को लोगों के बीच से भटकाना चाहती है केंद्र सरकार : माकन
नेशनल हेराल्ड केस में यंग इंडियन का ऑफिस दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से सील किए जाने को लेकर कांग्रेस ने साफ कर दिया कि वह इस तरह के एक्शन से न तो झुकने वाली है, न भागने वाली है और न ही डरने वाली है। मुख्य विपक्षी दल का दावा है कि वह महंगाई, बेरोजगारी, जीएसटी और केंद्र की आर्थिक नीतियों को लेकर प्रदर्शन करना चाहती है, पर उसकी आवाज को दबाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धमकी और प्रतिशोध की राजनीति कर रहे हैं।
कांग्रेस की ओर से शाम सात बजे जयराम रमेश, अभिषेक मनु सिंघवी और अजय माकन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। वे बोले कि केंद्र असल मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाना चाहती है। सोनिया और राहुल से जैसे पूछताछ हुई, उससे लगता है कि हमारे साथ आतंकियों जैसा सलूक किया जा रहा है। पर हम चुप नहीं होने वाले। यह तो प्रतिशोध की सियासत है। पीएम भी इसी में यकीन रखते हैं। हम पांच अगस्त को शांतिपूर्ण ढंग से जीएसटी में इजाफे और महंगाई आदि को लेकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। हमारी डिक्शनरी में डर नाम का शब्द नहीं है। ये सारे कारनामे एक कायर सरकार के होते हैं। जो हमें धमकियां देते हैं, वे खुद असल में डरे हुए हैं।
दरअसल, ईडी ने बुधवार को कांग्रेस के स्वामित्व वाले हेराल्ड कार्यालय में मौजूद यंग इंडियन के कार्यालय को अस्थायी रूप से सील कर दिया। आधिकारिक सूत्रों ने समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा को बताया कि यह कार्रवाई ईडी द्वारा धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में की गई है। उन्होंने बताया कि ‘‘सबूतों को सुरक्षित रखने’’ के लिए अस्थायी तौर पर कार्यालय को सील किया गया है, जिन्हें मंगलवार की छापेमारी के दौरान अधिकृत प्रतिनिधियों के अनुपस्थित होने की वजह से एकत्र नहीं किया जा सका था।
सूत्रों ने बताया कि नेशनल हेराल्ड का बाकी कार्यालय इस्तेमाल के लिए खुला है।
उन्होंने बताया कि ईडी ने यंग इंडियन के कार्यालय के बाहर एक नोटिस चस्पा किया है जिस पर जांच अधिकारी के हस्ताक्षर हैं। नोटिस में लिखा गया है कि इस कार्यालय को एजेंसी की अनुमति के बिना खोला नहीं जा सकता। अधिकारियों ने बताया कि ईडी की टीम ने छापेमारी के वास्ते परिसर खोलने के लिए कार्यालय के प्रधान अधिकारी/प्रभारी को ई-मेल भेजा था, लेकिन जवाब का अब भी इंतजार है।
ईडी ने नेशनल हेराल्ड- एजेएल-यंग इंडियन करार से जुड़े कथित धन शोधन के मामले की जांच के तहत मंगलवार को दिल्ली के आईटीओ के नजदीक बहादुर शाह जफर मार्ग पर स्थित हेराल्ड हाउस में नेशनल हेराल्ड के कार्यालय सहित कई ठिकानों पर छापा मारा था। नेशनल हेराल्ड अखबार का प्रकाशन एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड (एजेएल) करती है और इस कंपनी की हिस्सेदारी यंग इंडियन के पास है। नेशनल हेराल्ड एजेएल के नाम से पंजीकृत है। (भाषा इनपुट्स के साथ)