- दिल्ली एनसीआर में स्कूलों के फिर से खुलने के साथ ही फैलने लगा है कोविड
- अभी तक 54 बच्चे हो चुके हैं कोविड पॉजिटिव
- अभिभावक चाहते हैं स्कूल खुले रहे, ऑनलाइन पढ़ाई से हुआ है नुकसान
नई दिल्ली: दो साल कोरोना काल के बाद स्कूल खोले गए बच्चों के लिए , स्कूल खोलने के बाद 15 से 18 के आयु के और 13 से 15 तक के बच्चों का वैक्सीनेशन भी शुरू किया गया लेकिन स्कूल खुलने के बाद से ही बीते एक महीने में बच्चों में सबसे ज़्यादा कोरोना संक्रमण के मामले आ रहे हैं। अगर बात दिल्ली की करे तो गुरुवार दिल्ली के वसंत कुंज स्थित निजी स्कूल में कोविड का एक मामला आया हैं जो स्कूल प्रशासन द्वारा बताया गया लेकिन स्कूल को फ़िलहाल बैंड नही किया गया हैं ।
लगातर बढ़ रहे हैं केस
अगर दिल्ली सरकार की गाइडलाइन की बात करें तो सरकार द्वारा ये कहाँ गया हैं की अगर स्कूल में एक भी बच्चा कोविड संक्रमित हुआ तो स्कूल को एहतियातन बैंड किया जाए। वही दिल्ली एनसीआर में कोविड पॉजिटिविटी रेट 1 फ़ीसदी से बढ़कर 2.70 हो गया है। वही अगर नोएडा की बात करें तो यहाँ पर लगातार छात्रों के बढ़ रहे हैं कोरोना केस। पिछले 24 घण्टो 16 नए छात्रों में कोरोना की पुष्टि हुई हैं।
54 छात्र हो चुके हैं पॉजिटिव
अभी तक 54 छात्रों में हो चुकी है कोरोना की पुष्टि । करीब आधा दर्जन अलग अलग निजी स्कूलों के छात्र हुए हैं कोरोना पॉजिटिव। जिले में कुल एक्टिव मरीजो की संख्या 156 हुई हैं , स्वास्थ विभाग ने कंट्रोल रूम का नम्बर और मेल आईडी जारी कर कहा है कि बीमारी के लक्षणों की जानकारी तुरंत दी जाए।डॉक्टरों की सलाह की सभी पेरेंट्स आपने आपने बच्चो में लक्षण पाने पर सतर्कता बरते और मास्क लगा कर रहे।
अभिभावक चाहते हैं खुले रहे हैं स्कूल
पेरेंट्स की माने तो सतर्कता ज़रूरी हैं बच्चे छोटे है उन्हें वैक्सीन अभी तक नहीं लगी हैं, उनके लिए सरकार वैक्सीन लेकर आए। साथ ही कई पेरेंट्स हैं जिनका कहना हैं कि कोविड के साथ ही अब जीना है इसलिए बच्चों के स्कूल सरकार बंद ना करे , दो साल ऑनलाइन बहुत मुश्किल रहा पढ़ाई का दौर बच्चों का अब और बच्चों की पढ़ाई का नुक़सान नहीं होना चाहिए।