- देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 1.60 लाख के करीब पहुंच चुके हैं
- कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के बीच देश के 13 शहरों के लिए चिंता बढ़ गई है
- कोरोना वायरस के कुल मामलों में से 70 प्रतिशत केवल इन्हीं शहरों में हैं
नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। संक्रमण के कुल मामले जहां 1.60 लाख के करीब पहुंच चुके हैं, वहीं साढ़े चार हजार से अधिक लोगों की अब तक जान जा चुकी है। बढ़ते संक्रमण के बीच देश के 13 शहरों के लिए चिंता बढ़ गई है। कोरोना वायरस के कुल मामलों में से 70 प्रतिशत केवल इन्हीं शहरों में हैं, जिनमें देश की राजधानी दिल्ली और वाणिज्यिक राजधानी मुंबई भी शामिल है।
1.60 लाख के करीब पहुंचे कोरोना केस
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर 1,58,333 हो गए हैं, जबकि 4,531 लोगों की अब तक इस घातक संक्रमण से जान चली गई है। संक्रमण के कुल ममालों में 86,110 एक्टिव केस हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है, जबकि 67,691 लोग इस घातक संक्रमण की चपेट में आने के बाद उबर चुके हैं। देश में संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच 13 शहरों के लिए चिंता बढ़ती जा रही है, जहां कोरोना केस थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।
13 शहरों में कोरोना संक्रमण के अधिक मामले
देश के जिन 13 शहरों में कोरोना संक्रमण के लगभग 70 फीसदी मामले हैं, उनमें दिल्ली, मुंबई के अतिरिक्त अहमदाबाद, इंदौर, कोलकाता, हैदराबाद, जयपुर, जोधपुर, चेन्नई, ठाणे, पुणे, चेंगालपत्तु और तिरुवल्लूर शामिल हैं। राज्यवार देखें तो इन 13 शहरों में से तीन (मुंबई, पुणे, ठाणे) महाराष्ट्र से हैं, जहां कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे अधिक 56,948 मामले दर्ज किए गए हैं। कोरोना संक्रमण के सबसे अधिक मामले जहां दर्ज किए गए हैं, उनमें तमिलनाडु के तीन शहर (चेन्नई, चेंगालपत्तु, तिरुवल्लूर ) भी शामिल हैं।
कैबिनेट सचिव ने की बैठक
कोरोना वायरस के सबसे अधिक प्रभावित देश के 13 शहरों में राजस्थान के दो शहर (जयपुर, जोधपुर) शामिल हैं। इनमें गुजरात का अहमदाबाद, मध्य प्रदेश का इंदौर, पश्चिम बंगाल में कोलाकाता और तेलंगाना का हैदराबाद भी शामिल है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित इन 13 शहरों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच कैबिनेट सचिव ने इनसे संबद्ध नगरपालिक आयुक्तों, जिलाधिकारियों के साथ बैठक भी की है, जिसमें संकट से उबरने और कोरोना के खिलाफ जंग को लेकर उठाए गए कदमों की समीक्षा की गई।